सम्पादकीय

“भूकंप के जोरदार झटके, 6.5 तीव्रता से हिली धरती, दहशत में लोग”

वेलिंगटन: न्यूजीलैंड में भूकंप के भीषण झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 6.5 मापी गई है। ये भूकंप दक्षिण द्वीप न्यूज़ीलैंड के पश्चिमी तट पर आया है। National Center for Seismology ने ये जानकारी दी है। बता दें कि रिक्टर पैमाने पर 6 से 6.9 के बीच की तीव्रता का मतलब ये होता है कि इससे किसी इमारत का बेस दरक सकता है।

 

भूकंप क्यों आते हैं?

भूकंप पृथ्वी की सतह पर होने वाली प्राकृतिक घटनाएं हैं, जो मुख्य रूप से पृथ्वी की आंतरिक संरचना में होने वाले तनाव और गतिविधियों के कारण आते हैं। भारत में भूकंप का मुख्य कारण हिमालय क्षेत्र में टेक्टोनिक गतिविधियां हैं। भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के बीच टकराव के कारण यहां तनाव होता है। यही वजह है कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत भूकंप के लिहाज से संवेदनशील हैं।

दरअसल टेक्टोनिक प्लेटों के हिलने, टकराने, चढ़ाव, ढलाव से लगातार इन प्लेटों के बीच तनाव बनता रहता है। इससे ऊर्जा बनती है, ऐसे में अगर हल्के-फुल्के भूकंप आते रहते हैं, तो ये ऊर्जा रिलीज होती रहती है और इससे बड़े भूकंप के आने की आशंका बनी रहती है। अगर इन प्लेटों के बीच तनाव ज्यादा होता है तो ऊर्जा का दबाव भी ज्यादा हो जाता है और यह एक साथ तेजी से निकलने का प्रयास करता है, इसी वजह से कभी-कभी भयानक भूकंप आने की आशंका बनी रहती है।

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता का अंदाजा कैसे लगा सकते हैं?

    • 0 से 1.9 सीज्मोग्राफ से मिलती है जानकारी

 

    • 2 से 2.9 बहुत कम कंपन पता चलता है

 

    • 3 से 3.9 ऐसा लगेगा कि कोई भारी वाहन पास से गुजर गया

 

    • 4 से 4.9 घर में रखा सामान अपनी जगह से नीचे गिर सकता है

 

    • 5 से 5.9 भारी सामान और फर्नीचर भी हिल सकता है

 

    • 6 से 6.9 इमारत का बेस दरक सकता है

 

    • 7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं

 

    • 8 से 8.9 सुनामी का खतरा, ज्यादा तबाही

 

    • 9 या ज्यादा सबसे भीषण तबाही, धरती का कंपन साफ महसूस होगा

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