कानपुर विश्वविद्यालय और FFDC में हुआ समझौता, ‘फ्रेगरेंस एंड फ्लेवर केमिस्ट्री’ में MSc कोर्स की होगी शुरुआत

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर और फ्रेगरेंस और फ्लेवर डिपार्टमेंट सेंटर (FFDC) कन्नौज के साथ समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। कानपुर विश्वविद्यालय देश का पहला संस्थान बना, जिसने “फ्रेगरेंस और फ्लेवर केमिस्ट्री” में विशेषज्ञता वाले
दो साल का मास्टर कोर्स होगा इस अवसर पर एफएफडीसी कन्नौज के निदेशक शक्ति विनय शुक्ला और उपनिदेशक नदीम अकबर उपस्थित रहे। इस एमओयू की शर्तों के अनुसार, स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज में रसायन विज्ञान विभाग में एक विशेष दो साल के मास्टर (एम.एस.सी.) कार्यक्रम की पेशकश करेगा, जो “फ्रेगरेंस और फ्लेवर केमिस्ट्री” पर ध्यान केंद्रित करेगा।
यह पाठ्यक्रम उत्तर प्रदेश के कन्नौज स्थित एफएफडीसी संस्थान में प्रैक्टिकल नॉलेज के साथ संचालित होगा। एफएफडीसी के डायरेक्टर शक्ति विनय शुक्ला ने बताया कि यह छात्रों के लिए FFDC में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रदान करेगा।
रोजगार के अवसर मिलेंगे
कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने इस समझौते के तहत विद्यार्थियों के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने यह भी बताया कि यह नया और अनूठा पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को फ्रेगरेंस और फ्लेवर के क्षेत्र में गहराई से समझ और एक नई स्किल प्रदान करेगा।
प्रो. पाठक ने कहा कि थ्योरी संबंधित कक्षाएं विश्वविद्यालय में होगी, जबकि सभी प्रैक्टिकल संबंधित कार्य, जैसे कि पायलट स्केल पर परीक्षण, एफएफडीसी में कराए जाएंगे। डिग्री सीएसजेएम विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाएगी।
सेंटर ऑफ एक्सलेंस की होगी स्थापना भविष्य में दोनों संस्थानों की सहमति से विश्वविद्यालय परिसर में एक “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” की स्थापना भी की जा सकती है। एफएफडीसी के सहयोग से विश्वविद्यालय व्यावसायिक प्रशिक्षण, कार्यशालाएं, कॉन्फ्रेंस, और शॉर्ट-टर्म सर्टिफिकेट कोर्स भी आयोजित करेगा।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव, डीन अकादमिक डॉ. बृष्टि मित्रा, लाइफ साइंसेज निदेशक डॉ. वर्षा गुप्ता, डॉ. अंजू दीक्षित, डॉ. इंद्रेश कुमार आदि लोग मौजूद रहे।