जन मनरेगा एप दिखाएगा गांवों के विकास की जमीनी हकीकत

0
IMG-20250527-WA0001

लखनऊ। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जन मनरेगा एप विकसित किया है। इस एप को डाउनलोड करने के बाद मनरेगा की परिसंपत्तियों को  देखा जा सकेगा तथा वहां हो रहे विकास कार्यों पर फीडबैक भी दिया जा सकेगा। इसके अलावा श्रमिक रोजगार सेवक और मनरेगा कर्मचारी एप से मानदेय के भुगतान की स्थिति को देख पाएंगे। इसे गुगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें खास बात यह है कि कोई भी श्रमिक एप डाउनलोड कर मजदूर सेवाओं पर जाकर जाब कार्ड नंबर डालकर पंजीकरण करा सकेगा। इसमें उपस्थिति के अलावा श्रमिक ने महीने में कितने दिन काम किया तथा भुगतान की क्या स्थिति है उसे भी प्राप्त कर सकता है। मनरेगा मेट के लिए भी यह एप बहुत ही महत्वपूर्ण है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि जन मनरेगा ऐप से मनरेगा कार्यों में और अधिक पारदर्शिता आयेगी साथ ही मनरेगा से होने वाले कार्यो की गुणवत्ता मे भी वृद्धि होगी।

जनहित में एप को जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) से लिंक कर दिया गया है। जीपीएस खोलकर मनरेगा की सभी परिसंपत्तियों की जानकारी ली जा सकेगी। कहां पर मनरेगा कार्य किया गया, कितने मजदूर लगे थे, कितना खर्च हुआ इसकी पूरी डिटेल ली जा सकेगी। मनरेगा से होने वाले विकास कार्यों को लोग जान सकेंगे और अपना फीडबैक भी दे सकेंगे। गुणवत्ता पर सुझाव और शिकायतें भी दर्ज करा पाएंगे। यह एप हिंदी, अंग्रेजी सहित 12 भाषाओं में तैयार किया गया है।

मनरेगा योजना में पारदर्शिता के लिए यह ऐप विकसित किया गया है। मनरेगा योजना के अंतर्गत चकमार्ग, मेड़बंदी, समतलीकरण, पौधारोपण, गोशाला निर्माण, नाली, खड़ंजा, स्कूलों की बाउंड्री, तालाब की खोदाई, मनरेगा पार्क, ओपन जिम समेत कई कार्य शामिल हैं। ये कार्य अभी मेट और रोजगार सेवकों की देखरेख में चल रहे हैं।

ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विकसित किया गया जन मनरेगा एप विभाग की मनरेगा योजना की पारदर्शिता तथा जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। इस मोबाइल एप्लीकेशन से घर बैठे मनरेगा परिसम्पत्ति को देख सकेंगे साथ ही नागरिक परिसम्पत्ति के जियो टैग किये गये स्थान के 20 मीटर के दायरे में परिसम्पत्तियों पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे सकेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *