Pakistan’s delegation in Moscow:ऑपरेशन सिंदूर में मिली नाकामी के बाद अब रूस पहुंचा पाकिस्तान, राष्ट्रपति पुतिन को सौंपा विशेष संदेश

इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के विशेष सहायक सैयद तारिक फातिमी ने किया. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS ने पाकिस्तानी दूतावास के हवाले से पत्र सौंपे जाने की पुष्टि की. यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब रूस और भारत के बीच सुरक्षा सहयोग और राजनीतिक तालमेल लगातार बढ़ रहा है.
दक्षिण एशिया की स्थिति पर लावरोव को दी गई जानकारी
बैठक के दौरान पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने रूस को दक्षिण एशिया में बन रहे हालात की जानकारी दी. लावरोव ने दोनों देशों के बीच भरोसा बहाली के लिए प्रत्यक्ष संवाद की आवश्यकता बताई. रूसी विदेश मंत्रालय के हवाले से कहा गया कि संवाद ही विश्वास निर्माण का रास्ता है.
रूस से द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की इच्छा
सैयद तारिक फातिमी ने पीएम शरीफ की ओर से पुतिन के लिए शुभकामनाएं भी पहुंचाईं और ऊर्जा, परिवहन, व्यापार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की पाकिस्तान की इच्छा जताई.भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव की शुरुआत 7 मई को पहल्गाम आतंकी हमले के बाद हुई. इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की. इसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने इन प्रयासों का कड़ा जवाब दिया.10 मई को दोनों देशों के DGMO (मिलिट्री ऑपरेशंस के महानिदेशक) के बीच बातचीत के बाद सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति बनी.
भारत के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने की पाक कवायद
पाकिस्तान ने बीते महीने घोषणा की थी कि वह विशेषज्ञों की टीमों को दुनिया के कई देशों में भेजेगा ताकि भारत के साथ हुए चार दिवसीय संघर्ष के अपने पक्ष को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने रख सके. मॉस्को दौरा इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की रूस यात्रा भी चर्चा में
यह भी उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने रूस का दौरा किया था. इस दौरान प्रतिनिधियों ने रूस को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के बारे में जानकारी दी और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश की.