Bengaluru Stampede :‘सरकार और RCB पर किया जाए 100 करोड़ का केस’, टीम इंडिया के इस पूर्व क्रिकेटर ने जाहिर किया गुस्सा

मदन लाल का बड़ा बयान
1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे मदन लाल ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, “ये बहुत ही दर्दनाक और शर्मनाक है कि एक ओर स्टेडियम के अंदर जीत का जश्न चल रहा था, जबकि बाहर फैंस अपनी जान गंवा रहे थे. इस घटना को और विराट कोहली को लोग अब कभी नहीं भूलेंगे. मैं मानता हूँ कि आरसीबी और राज्य सरकार को इस हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और मृतकों के परिवारों को इंसाफ मिलना चाहिए. यदि ज़रूरत हो, तो उन पर 100 करोड़ रुपये तक का मुकदमा करना चाहिए. बीसीसीआई को भी इस मामले से पल्ला न झाड़ते हुए हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.”
मदन लाल की यह प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और कई यूजर्स भी इस मांग का समर्थन करते नजर आ रहे हैं.
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर की घटना
RCB की IPL 2025 जीत के बाद बेंगलुरु में टीम के लिए विक्ट्री परेड और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था. टीम की एक झलक पाने के लिए हजारो की संख्या में फैंस स्टेडियम के बाहर मौजूद थे. स्टेडियम के बाहर फैंस की भारी भीड़ ने स्टेडियम में घुसने की कोशिश की,जिसकी वजह से पुलिस को हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा. सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में भारी चूक के कारण हजारों लोगो की भीड़ बेकाबू हो गई. स्थिति नियंत्रण से बाहर होने पर वहां भगदड़ मच गई. इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल भी हो गए हैं.
RCB ने जताया शोक, किया मुआवज़े का ऐलान
घटना के बाद RCB की ओर से आधिकारिक बयान जारी कर शोक जताया गया. टीम ने कहा,”बेंगलुरु में हमारे सम्मान समारोह के दौरान जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, उससे पूरा RCB परिवार बेहद दुखी है. हम इस मुश्किल घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं. हम प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देंगे. इसके साथ ही हमने घायल फैंस की मदद के लिए ‘RCB Cares’ नाम से एक विशेष फंड भी शुरू किया है. हमारे प्रशंसक ही हमारी असली ताकत हैं और हम उनके दर्द में पूरी संवेदना के साथ उनके साथ हैं.”
BCCI ने मानी चूक, कहा- बेहतर योजना होनी चाहिए थी
घटना के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने पीटीआई से कहा,”इस तरह के बड़े आयोजन के लिए पहले से पुख्ता योजना और सुरक्षा उपाय बेहद ज़रूरी होते हैं. बेंगलुरु में जो हुआ, वह दिखाता है कि कहीं न कहीं व्यवस्था में चूक हुई है. भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए अधिक सावधानी और रणनीतिक तैयारी की आवश्यकता है.”