Iran Israel Conflict: ‘अब इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी’ – ईरान के मिसाइल हमले के बाद इज़रायल हुआ आगबबूला; IDF के जवाबी हमले में 200 की मौत।

मानवाधिकार संगठन HRANA के मुताबिक, शुक्रवार से अब तक इजरायल के हमलों में 215 ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है और करीब 700 लोग घायल हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, मारे गए लोगों में ज्यादातर आम नागरिक हैं, जबकि 50 से अधिक सेना के जवान भी शामिल हैं. हालांकि, ये आंकड़े शुरुआती हैं और इसमें और इजाफा हो सकता है.
ईरान की जवाबी कार्रवाई में इजरायल के तीन नागरिकों की मौत
दूसरी तरफ ईरान ने जवाबी हमला करते हुए उत्तर इजरायल के हाइफा शहर पर मिसाइलें दागीं, जिसमें तीन इजरायली नागरिकों की मौत हो गई. यह हमला उस समय हुआ जब इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने पहले ही ईरान को चेतावनी दी थी कि अगर मिसाइल हमले जारी रहे तो उसका जवाब और ज्यादा सख्त होगा.
इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कही ये बड़ी बात
काट्ज ने कहा, “ईरान का नेता अपने ही नागरिकों को खतरे में डाल रहा है. अगर खामेनेई ने इजरायली इलाकों पर मिसाइलें दागना जारी रखा तो तेहरान इसकी भारी कीमत चुकाएगा.” इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा, “Tehran is burning.” (तेहरान जल रहा है.)
शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को ईरान के मिसाइल हमलों में कम से कम तीन इजरायली नागरिक मारे गए थे. फिलहाल हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं और दोनों देशों के बीच बड़ा युद्ध छिड़ने का खतरा लगातार बढ़ रहा है.
इजरायली सेना ने किया बड़ा दावा
शनिवार को इजरायली सेना ने दावा किया कि उसने ईरान के 150 से ज्यादा ठिकानों पर हमले किए हैं. इन हमलों में ईरान के रक्षा मंत्रालय, तेहरान का तेल डिपो, तेहरान की कई इमारतें और देश की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी फज्र जाम शामिल हैं.
ईरानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने साउथ पार्स गैस फील्ड के एक हिस्से को भी निशाना बनाया, जिससे 12 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस उत्पादन ठप हो गया है. यह गैस क्षेत्र ईरान की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम है. इसके साथ ही इजरायल हमलों में ईरान की डिफेंसिव इनोवेशन एंड रिसर्च संस्था (SPND) को भी निशाना बनाया गया, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम का एक प्रमुख केंद्र माना जाता है.