कानपुर देहात की महिलाओं को मिला आर्थिक संबल: 6,000 महिलाएं जुड़ी स्वयं सहायता समूहों से, लघु उद्योगों के ज़रिए कमा रहीं लाखों 

0
ffe0cb83-c980-4b15-8d30-c14a127cd33c_1750298607280-e1750302828516-660x330
कानपुर देहात में जिला प्रशासन की पहल से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान सफल हो रहा है। मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन. के नेतृत्व में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं। इन समूहों से जुड़कर 6000 से अधिक महिलाओं को स्थायी रोजगार मिला है।

 

जिले में 40 क्लस्टर लेवल फेडरेशन काम कर रहे हैं। इनमें से 6 फेडरेशन के माध्यम से महिलाओं को विभिन्न लघु उद्योगों से जोड़ा गया है। अकबरपुर ब्लॉक की ‘बढ़ते कदम प्रेरणा महिला संकुल समिति’ की महिलाएं प्लास्टिक उत्पाद बना रही हैं। इन्हें आरसेटी से प्रशिक्षण दिया गया है।

मलासा ब्लॉक की अकोड़ी गांव की ‘आस्था महिला समूह’ की सदस्य लहंगा और साड़ी पर एम्ब्रॉयडरी कर रही हैं। इससे उन्हें हर महीने करीब चार लाख रुपये की आय हो रही है। सरवनखेड़ा ब्लॉक के जैनपुर की महिलाएं लेदर इंडस्ट्री में काम कर रही हैं। प्रशिक्षण के बाद वे फैक्ट्रियों में काम कर रही हैं।

मड़वई और कुईतमंदिर की महिलाएं मसाला उद्योग से जुड़ी हैं। उमंग और जाग्रति स्वयं सहायता समूह की सदस्य गारमेंट सेक्टर और जम्बो बैग बना रही हैं। मुख्य विकास अधिकारी के अनुसार, यह पहल महिलाओं को रोजगार के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *