Afghanistan Former Vice President Amrullah Saleh:परमाणु हथियारों को लेकर अमेरिका से धोखा? अमरुल्लाह सालेह के दावे से मचा बवाल, बोले- ‘Do You Know Who I Am?’

अफगानिस्तान में साल 2020 में अमरुल्लाह सालेह राष्ट्रपति अशरफ गनी के अधीन देश के पहले उपराष्ट्रपति बने थे. हालांकि, साल 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया, इस वजह से उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा, जिसके बावजूद वह कहीं भागे नहीं और पंजशीर घाटी में रहकर तालिबान विरोधी कामों में लगे रहे. तालिबान ने सितंबर 2021 की शुरुआत में पंजशीर पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह को ताजिकिस्तान भागना पड़ा.
मैं एक मास्टर सर्वाइवर हूं-अमरुल्लाह सालेह
पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह पोस्ट में आगे लिखते हैं कि मैंने अपनी धरती पर कुछ सबसे वांटेड आतंकवादियों को शरण दी. मैंने अपने पड़ोसी देश में नागरिकों के नरसंहार को प्रायोजित किया. मेरे सिस्टम में सेना पदानुक्रम के शीर्ष पर बैठती है और लोकतंत्र उसके नीचे है. मैं एक मास्टर सर्वाइवर हूं. मैं प्रासंगिकता का आविष्कार करता हूं. भले ही इसके परिणाम कुछ भी हों. यह एक बड़ी दुनिया है और मेरे लिए हमेशा कोई न कोई काम मौजूद रहता है. बता दें कि उन्होंने पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाई थी. वह हमेशा भारत के समर्थन में खड़े रहते हैं.