फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह का एस टी एफ लखनऊ टीम ने किया खुलासा

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Ayoshman card

लखनऊ। सैकड़ों अपात्र व्यक्तियों का कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनाने वाले संगठित गिरोह के मास्टर माइंड सहित 02 अभियुक्तों को एस टी एफ लखनऊ टीम ने प्रयागराज से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार अभियुक्तों में अमित पाण्डेय पुत्र शिव विशाल पाण्डेय निवासी सेराना पाण्डेय का पुरवा थाना नवाबगंज जनपद प्रयागराज तथा दूसरे मास्टरमाइंड बृज मुवन पटेल पुत्र राम सुफल पटेल निवासी पसियापुर थाना सौरांव जनपद प्रयागराज को गिरफ्तार कर इनके पास से 02 अदद मोबाइल फोन, 84 अदद फर्जी व कूटरचित आयुष्मान कार्ड,112 वर्क कूटरचित आयुष्मान कार्ड से सम्बन्धित डेटा, 284 वर्क फर्जी व कूटरचित आयुष्मान कार्ड से सम्बन्धित व्हाट्‌सएप चैटिंग के स्क्रीन शॉट,501 अदद एटीएम कार्ड,01 अदद पैन कार्ड,,01 अदद आधार कार्ड,01 अदद आईडी कार्ड प्रार्थी हास्पिटल प्रयागराज तथा 890 रुपए नकद बरामद किए गए हैं।
इनकी गिरफ्तारी नवाबगंज बाइपास ब्रिज के नीचे थाना क्षेत्र नवाबगंज प्रयागराज, दिनांक 17-06-2025 को शाम 7.45 पर हुई।बताते चले कि
एस०टी०एफ० उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से कूटरचित दस्तावेजी के माध्यम से अपात्र व्यक्तियों का कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों/ इकाईयों को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था।

विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, के  नेतृत्व में एस०टी०एफ०, उ०प्र० के मुख्यालय स्थित साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ कर तन्त्र को सक्रिय किया गया। संकलन के क्रम में ज्ञात हुआ कि जनपद प्रयागराज में कुछ व्यक्तियों द्वारा कूट रचित दस्तावेजों के माध्यम से अपात्र व्यक्तियों के नाम से आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे हैं। प्रकरण पर तकनीकी विशेषज्ञता के आधार पर विश्लेषण एवं मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित करते हुए दिनांक 17-06-2025 को एसटीएफ टीम द्वारा उपरोक्त संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 02 अभियुक्तों को थाना क्षेत्र नवाबगंज प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त अमित पाण्डेय ने पूछताछ में बताया कि मैने वर्ष 2020-21 में D.J.A.S. (Digital India Aatma Nirbhar Scheme) द्वारा C.S.C. (जनसेवा केन्द्र) का लाइसेन्स आनलाइन अप्लाई कर प्राप्त किया था। सी०एस०सी० पर ही मुझे आयुष्मान कार्ड बनाने की आई डी प्राप्त हुई थी। मैने 2021-22 में अपनी आईडी से पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये। वर्ष 2022 में मेरी सी०एस०सी० आईडी बंद हो गयी। इसके बाद मैं लोगों के आयुष्मान कार्ड फर्जी तरीके से बेनी फिशरी के माध्यम से बनाता था। वर्ष 2024 में फेसबुक ग्रुप के माध्यम से में सुनित मंडल पटना बिहार से जुड गया।पक्ति प्रकरण पर तकनीकी विशेषज्ञता आध विश्लेषण एवं मुखबिर माध्यम सूचना 17: 46 समल हुए दिनांक 17-06-2025 को एसटीएफ टीम द्वारा उसमे th मास्टरमाइंड सहित 02 अभियुक्तों को थाना क्षेत्र नवाबगंज प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त अमित पाण्डेय ने पूछताछ में बताया कि मैने वर्ष 2020-21 में D.I.A.5. (Digital India Aatma Nirbhar Scheme) द्वारा C.S.C. (जनसेवा केन्द्र) का लाइसेन्स आनलाइन अप्लाई कर प्राप्त किया था। सी०एस०सी० पर ही मुझे आयुष्मान कार्ड बनाने की आईडी प्राप्त हुई थी। मैने 2021-22 में अपनी आईडी से पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये। वर्ष 2022 में मेरी सी०एस०सी० आईडी बंद हो गयी। इसके बाद मैं लोगों के आयुष्मान कार्ड फर्जी तरीके से बेनीफिशरी के माध्यम से बनाता था।

वर्ष 2024 में फेसबुक ग्रुप के माध्यम से मैं सुनित मंडल पटना बिहार से जुड़ गया। सुनित ने बताया कि अगर तुमको किसी अपात्र व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनवाना होगा, तो मैं उसका कार्ड बना सकता हूँ इसके एवज में मैं तुमसे रू 3500-5000 लूंगा। मैंने अपने मामा के दोस्त संदीप पाण्डेय, बृजभुवन पटेल आदि के माध्यम से आयुष्मान कार्ड से जुड़े हास्पिटल के कुछ लोगों से सम्पर्क किया। मैने उनसे कहा कि जो अपात्र व्यक्ति आयुष्मान कार्ड बनवाना चाहते हैं उन व्यक्तियों से प्रत्येक कार्ड का रु 12000-15000 लेकर हमको उपलब्ध कराओ, उनका आयुष्मान कार्य बन जायेगा। इसी क्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से लोग मुझसे सम्पर्क कर यूपीआई के माध्यम से पेमेंट कर अपात्र लोगों के फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाने लगे। जिन अपात्र लोगो को फर्जीआयुष्मान कार्ड बनाना होता है उनके आधार कार्ड, फैमिली आईडी व जिले का नाम मैं सुनित मंडल को व्हाट्सएप कर देता हूँ। सुनित मण्डल उसको दूसरे की फैमिली में एड करके उसका आयुष्मान कार्ड तैयार करता है। जिसका आयुष्मान कार्ड बनना होता है उसके आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नम्बर पर ओटीपी आती है, उस ओटीपी को मैं सुमित मण्डल को बता देता हूँ। दूसरी ओटीपी फैमिली के मुखिया के मोबाइल नम्बर पर जाती है। दूसरी ओटीपी सुनित कैसे प्राप्त करता है इसकी मुझे जानकारी नहीं है। सुनित मंडल द्वारा एक से दो दिन के अन्दर आयुष्मान कार्ड बनाकर मुझे भेज दिया जाता है। कुछ आयुष्मान कार्ड मैं खुद भी डाउनलोड कर लेता हूँ। इन फर्जी आयुष्मान कार्डो को बनवाने के एवज में मैं सुनित मंडल को प्रत्येक कार्ड के हिसाब से रु 3500-5000 यूपीआई के माध्यम से देता हूँ। मैने अब तक मंडल के माध्यम से लगभग 200 फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाये हैं।
अभियुक्त बृजमुयन ने पूछताछ में बताया कि अमित पाण्डेय के कहने पर हम लोग फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अपात्र व्यक्तियों के आधार कार्ड एवं प्रति व्यक्ति रु 12000/- लेते है, जिसके एवज में अमित हम लोगों की कमीशन के रूप में रूपये देता है। एक दो दिन बाद सुनित मंडल अपात्र व्यक्तियों के कूटरचित आयुष्मान कार्ड उपलब्ध करा देता है। जिनका प्रयोग कर अपात्र लोगों का इस योजना के तहत इलाज कराया जाता है। इस प्रकार हम लोग अभी तक भारी मात्रा में अपात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनवाकर उनसे अवैध धन अर्जित कर चुके है।प्राप्त जानकारी के अनुसार इस गिरोह द्वारा पिछले दो वर्षों में लगभग 200 कूटरचित आयुष्मान कार्ड अनाधिकृत तरीके से बनवाये गये है। कूटरचित आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अपात्र लोगों द्वारा इलाज कराकर सरकार के राजस्व को क्षति पहुंचायी गयी है। अभियुक्तों द्वारा दी गयी जानकारी के माध्यम से गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। अभियुक्तों से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।उपरोक्त गिरोह के विरुद्ध थाना नवाबगंज जनपद प्रयागराज में भा दण्ड संहिता 279/2025 धारा-3(5), 61(2), 318, 319, 338, 336(3), 340 (2) बीएनएस व 66सी, 66डी आईटीएक्ट का अभियोग पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही थाना स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।

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