कहीं आपका कुकिंग ऑयल दिल को नुकसान तो नहीं पहुंचा रहा? जानिए एक्सपर्ट्स की पसंद और सलाह

0
cooking-oils_large_1611_80.webp-e1750395672224-660x330
दिल का दौरा (हार्ट अटैक) आजकल एक गंभीर समस्या बन गई है, और ऐसे में अपने दिल की सेहत का ख्याल रखना बेहद ज़रूरी हो गया है। पर सवाल यह है कि दिल को स्वस्थ कैसे रखें?
इसका सबसे आसान तरीका है अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना और उन चीज़ों को अपने आहार से हटाना जो दिल के लिए हानिकारक हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि फिर खाएं क्या? यह अक्सर लोगों को परेशान करता है, पर आपको घबराने की कोई ज़रूरत नहीं। आप एक छोटे से बदलाव से शुरुआत कर सकते हैं और वह है सही कुकिंग ऑयल का चुनाव करना।
आप शायद सोचते होंगे कि खाना पकाने के लिए इस्तेमाल होने वाले तेल से क्या फर्क पड़ता है, पर यह आपकी सेहत को कई तरह से प्रभावित करता है। हर तेल की अपनी ख़ासियत और कुछ कमियां होती हैं। आज हम आपको हृदय रोग विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए कुछ बेहतरीन तेलों के बारे में बताएंगे, जिनके फ़ायदे जानकर आप उन्हें अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
कार्डियोलॉजिस्ट और फंक्शनल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. आलोक चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने पांच तेलों और उनके फायदों के बारे में बात की। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि भारतीय खाना पकाने के लिए सबसे अच्छे तेल- विज्ञान द्वारा समर्थित, न कि रुझानों द्वारा। जानिए आपके खाने और आपके शरीर के लिए कौन सा तेल कारगर है।
घी: डॉ. चोपड़ा के अनुसार, घी पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है क्योंकि इसमें विटामिन ए, डी, ई और के भरपूर मात्रा में होते हैं। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है। एक व्यक्ति को दिन में 1-2 चम्मच घी खाने की सलाह दी जाती है। उच्च कोलेस्ट्रॉल या हृदय रोग वाले लोगों को सीमित मात्रा में घी का सेवन करना चाहिए।
नारियल का तेल: हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार, नारियल का तेल आपके दिमाग  और आंत के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह मुख्य रूप से मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स (MCTs) से भरपूर होता है। MCTs वसा के ऐसे अणु होते हैं जो नारियल और पाम कर्नेल तेल में पाए जाते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के अनुसार, MCTs शरीर में जल्दी टूट जाते हैं, जिससे वे ऊर्जा का एक त्वरित स्रोत बन जाते हैं। इन्हें बेहतर शारीरिक कार्यों और कई स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में सहायक माना जाता है।
हालांकि MCTs के अपने फ़ायदे हैं, नारियल के तेल में संतृप्त वसा (saturated fat) की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है। अत्यधिक संतृप्त वसा का सेवन रक्त में ‘खराब’ कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, इसका उपयोग सीमित मात्रा में करने की सलाह दी जाती है।
सरसों का तेल: डॉ. चोपड़ा के अनुसार, सरसों का तेल हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक है और शरीर में सूजन को कम करता है। यह आपके दिल के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह ओमेगा-3 फैटी एसिड से भी भरपूर होता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कच्चे सरसों के तेल में इरुसिक एसिड (erucic acid) नामक एक यौगिक होता है, जिसकी उच्च मात्रा कुछ अध्ययनों में हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाई गई है। हालांकि, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा निर्धारित सीमा के भीतर प्रोसेस्ड सरसों का तेल आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। सुनिश्चित करें कि आप खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन करने वाला तेल ही उपयोग करें।
तिल का तेल: डॉ. चोपड़ा के अनुसार, तिल का तेल जोड़ों और त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह एंटीऑक्सीडेंट्स और स्वस्थ वसा से भी भरपूर होता है, जो इसे भारतीय खाना पकाने के लिए एक बढ़िया और पौष्टिक विकल्प बनाता है। तिल का तेल अपने विरोधी भड़काऊ गुणों के लिए भी जाना जाता है।
तिल के तेल में ओमेगा-6 फैटी एसिड की मात्रा ज़्यादा होती है। जबकि ओमेगा-6 शरीर के लिए आवश्यक हैं, इनका अत्यधिक सेवन ओमेगा-3 के अनुपात में असंतुलन पैदा कर सकता है, जो कुछ लोगों में सूजन को बढ़ा सकता है। इसका उपयोग भी संतुलित मात्रा में करना चाहिए।
मूंगफली का तेल: हृदय रोग विशेषज्ञ ने बताया कि मूंगफली के तेल में स्वस्थ वसा होती है और यह प्लांट स्टेरोल (plant sterols) से भरपूर होता है। प्लांट स्टेरोल आहार कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य को लाभ मिल सकता है।
डॉक्टर ने चेतावनी दी है कि मूंगफली का तेल तभी दिल के लिए अनुकूल है जब इसे संयम से इस्तेमाल किया जाए। इसमें भी ओमेगा-6 फैटी एसिड की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है, और इसे ज़्यादा गरम करने पर कुछ अस्वास्थ्यकर यौगिक बन सकते हैं। डीप-फ्राई करने के बजाय कम तापमान पर खाना पकाने के लिए इसका उपयोग करना बेहतर है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *