एस टी एफ लखनऊ ने साइबर क्राइम करने वाले गिरोहों को फर्जी तरीके से सिमकार्ड उपलब्ध कराने वाले 02 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

लखनऊ । एस०टी०एफ०, उत्तर प्रदेश को वोडाफोन आइडिया कम्पनी के अधिकारियों से सांठगांठ कर फर्जी तरीके से पीओएस एजेंट बनाकर उन पीओएस की आईडी का प्रयोग कर फर्जी तरीके से सिमकार्ड एक्टिवेट कर डिजिटल अरेस्ट, स्टाक मार्केट, पार्सल स्कैम, आदि तरीके से साइबर काइम करने वाले गिरोहों को उपलब्ध कराने वाले संगठित गिरोह के वांछित / पुरस्कार घोषित 02 अभियुक्तों को जनपद-प्रयागराज से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है।गिरफ्तार अभियुक्तों में संदीप पाण्डेय पुत्र राघवेन्द्र पाण्डेय निवासी सुनियांवा, घासी का पुरवा, थाना हथिगवा, जनपद प्रतापगढ़ (रु 25000 का पुरस्कार घोषित था) तथा नौफील पुत्र हुसैन आरिफ निवासी किलहनापुर मलाकारजकपुर, थाना- हथिगवा, जिला प्रतापगढ़ जो कि मार्शल मोबाइल लाल गोपालगंज प्रयागराज का निवासी हैं।
इनके पास से 04 मोबाइल फोन,36 आधार कार्ड,239 अन एक्टिवेटेड ब्लैंक सिम कार्ड,03 एटीएम कार्ड,01 ड्राइविंग लाइसेंस,01निर्वाचन कार्ड,02 पैन कार्ड,03 बायोमैट्रिक स्कैनर तथा 6620/रुपए नकद टीम ने बरामद किए हैं।
इन दोनों की गिरफ्तारी लाल गोपालगंज , थाना क्षेत्र नवाबगंज प्रयागराज से दिनांक 18-06-2025 को दोपहर 1:05 बजे की एस०टी०एफ०, उत्तर प्रदेश को डिजिटल अरेस्ट, स्टाक मार्केट, पार्सल स्कैम आदि तरीके से साइबर क्राइम करने वाले संगठित गिरोहों को अनाधिकृत तरीके से सिम कार्ड एक्टीवेट कर उपलब्ध कराने वाले पीओएस एजेन्टों एवं डिस्ट्रीब्यूटर के सम्बन्ध में लगातार शिकायते प्राप्त हो रही थी।इससे पहले एस०टी०एफ० टीम द्वारा 15-05-2025 को इस संगठित गिरोह के सरगना सहित 06 सदस्यों को राजापुर जनपद चित्रकूट से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई थी। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ व साक्ष्यों के आधार पर संदीप पाण्डेय उपरोक्त का नाम प्रकाश में आया था। जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक जनपद चित्रकूट द्वारा रु 25,000/ का पुरस्कार घोषित किया गया था।
इसी घटनाक्रम में श्री विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक एस०टी०एफ०, उ०प्र० के नेतृत्व में एस०टी०एफ० मुख्यालय की साइबर टीम द्वारा जानकारी जुटाना शुरू किया तथा अभिसचूना तन्त्र को सक्रिय किया गया। टीम को जानकारी मिली कि संदीप पाण्डेय द्वारा नौफील के माध्यम से इन प्री एक्टिवेटेड सिम कार्डों को ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। तकनीकी विशेषज्ञता के आधार पर विश्लेषण एवं मुखबिर की सूचना पर 18-06-2025 को एसटीएफ व चित्रकूट पुलिस ने इस संगठित गिरोह के 02 अभियुक्तों को लाल गोपालगंज थाना क्षेत्र नवाबगंज से गिरफ्तार किया जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला था कि अग्रहरि कम्युनिकेशन नाम से फर्म बनाकर वीआई कम्पनी से डिस्ट्रीब्यूटरशिप ली गयी थी। वोडाफोन आइडिया कम्पनी में टीएसई (टेरीटरी सेल्स एक्जिक्यूटिव) व गिरोह के अन्य सदस्य मिलकर जो कस्टमर सिम लेने आते थे उनके नाम से दी सिमकार्ड एक्टिवेट कर उनका बायोमैट्रिक कराकर उनके नाम से फर्जी तरीके से पीओएस रजिस्टर्ड करा लेते थे। फिर उनको एक सिम दे देते थे व दूसरी सिम कार्ड जिससे पीओएस रजिस्टर्ड किया जाता था अपने पास रख लेते थे। पीओएस की आईडी व रजिस्टर्ड सिम पर आये ओटीपी का प्रयोग कर गिरोह के सदस्य कस्टमर की दो सिम कार्ड डिजिटल केवाईसी के माध्यम से एक्टिवेट कर कस्टमर को एक सिम देते थे व एक अपने पास रखा लेते थे। सिम कार्ड एक्टिवेट करने के लिए इस गिरोह द्वारा फर्जी आधार कार्ड का भी प्रयोग किया जाता था। जब एक्टिवेटेड सिम कार्ड 200-300 की मात्रा में एकत्र हो जाता था ।
उसके गिरोह के सदस्य शिवदयाल व जितेन्द्र कुमार (टीएसई) वोडाफोन आइडिया / रिलायंस,जियो कम्पनी, जनपद कौशाम्बी में संदीप पाण्डेय उपरोक्त को अनाधिकृत तरीके से ऊंचे दाम पर बेच देते थे। गिरफ्तार अभियुक्त संदीप पाण्डेय ने बताया कि वह वर्ष 2017 में अग्रवाल ट्रेडर्स लाल गोपालगंज में नौकरी करता था। वहां पर वह मार्केट में आइडिया कम्पनी के रिचार्ज कूपन बेचने का काम करता था। वहीं उसकी जान पहचान मार्शल मोबाइल के प्रो० नौफील से हो गयी। वर्ष 2020 में उसने फाफामऊ की एक की पैड मोबाइल बेचने वाली एजेंसी में नौकरी किया। इसी बीच उसकी मुलाकात शिवदयाल से हुई उसने बताया कि उसके पास 200-300 प्रीएक्टीवेटेड सिम कार्ड हैं। यदि किसी को चाहिए तो मैं प्रति सिम कार्ड 100 रुपए में उपलब्ध करा सकता है। इसके बाद संदीप पाण्डेय ने नौफील से बात किया कि 200-300 प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड चाहिए तो प्रतिसिम कार्ड रु 150 में उपलब्ध करा सकता हूँ। नौफील ने कहा कि ठीक है ले आओ तब संदीप ने शिवदयाल से सम्पर्क कर वर्ष 2023 के शुरूआत में लगभग 200 सिम कार्ड मंगा लिया। संदीप पाण्डेय ने उपरोक्त सिमकार्ड नौफील को 150 रू में कैश लेकर दे दिया। एक दो महीने बाद नौफील ने फिर से प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड की डिमांड की तो संदीप पाण्डेय ने शिवदयाल से सम्पर्क कर सिम कार्ड लाकर नौफील को उपलब्ध करा दिया। इसके बाद यही बार-बार चलता रहा। पूछताछ में नौफील ने बताया कि सिहान शेख जो मेरे गांव के पास का है उसके पिता की लाल गोपालगज में सोनू बुक डिपो नाम से दुकान है। यह उस समय ट्रेवेल्स का काम करता था। वर्ष 2022 में उसने मुझसे 100-200 प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड उपलब्ध कराने को बोला था।
जब संदीप ने मुझे प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड उपलब्ध कराने को बोला तो मैने सिहान से बात कर यह सिम कार्ड 260 रु प्रति सिमकार्ड की दर से सिहान शेख को कैश में बेच दिया था। इसके बाद कई बार सिहान ने मुझसे प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड लिया था। मैने सिहान से कई बार पूछा कि वह इन प्री एक्टिवेटेड सिमकार्ड का क्या करता है तो उसने कुछ नहीं बताया था। सिहान शेख वर्तमान समय में मुम्बई में रह रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस गिरोह द्वारा पिछले 02-03 वर्षों में लगभग 10,000 से अधिक सिम कार्ड अनाधिकृत तरीके से एक्टिवेट किये गये हैं। अभियुक्तों द्वारा दी गयी जानकारी के माध्यम से गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
अभियुक्तों से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण शीघ्र कराया जायेगा।उपरोक्त गैग के विरुद्ध थाना राजापुर, जनपद चित्रकूट में पंजीकृत मु०ज०सं० 115/2025 धारा 34, 419, 420, 465, 467, 468, 471 भा०द ० वि० 66सी, 66डी आईटी एक्ट में आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।