Earthquake: भारत के पड़ोसी देश में एक बार फिर कांपी धरती, दहशत में लोग घरों से बाहर निकले; जानिए ताजा हालात।

इंडोनेशिया के अलावा अंडमान सागर में भी रविवार (6 जुलाई 2025) को भूकंप के झटके महसूस किए गए, जो रिक्टर पैमाने पर 4.5 तीव्रता का दर्ज किया गया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया था.
भूकंप का मूल कारण
इंडोनेशिया और अंडमान सागर तीन प्रमुख प्लेट्स (इंडो-ऑस्ट्रेलियन, यूरेशियन, और बर्मा प्लेट) के जंक्शन पर स्थित हैं.इन प्लेट्स के टकराने, फिसलने या धंसने से भूकंपीय ऊर्जा बाहर निकलती है, जिससे भूकंप आता है.10 किमी की गहराई पर आने वाला भूकंप शैलो अर्थक्वेक कहलाता है, जो सतह पर अधिक प्रभाव छोड़ता है.5.5 और 4.5 तीव्रता के भूकंप मध्यम श्रेणी में आते हैं, लेकिन घनी आबादी वाले तटीय क्षेत्रों में खतरनाक हो सकते हैं.
क्या है रिंग ऑफ फायर?
इंडोनेशिया भूकंपों से बार-बार प्रभावित होने वाला दुनिया का सबसे संवेदनशील देश हैय इसका प्रमुख कारण है – प्रशांत महासागर का ‘रिंग ऑफ फायर’, जिस पर यह देश स्थित है. ‘रिंग ऑफ फायर’ एक भौगोलिक पट्टी है जो प्रशांत महासागर के चारों ओर फैली है. यहां दुनिया के सबसे ज्यादा सक्रिय ज्वालामुखी और फॉल्ट लाइनें मौजूद हैं. इस पट्टी पर जापान, फिलीपींस, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका का पश्चिमी तट और दक्षिण अमेरिका के देश आते हैं.