Jeetendra Builder Days:855 करोड़ रुपये में जमीन बेचने के बाद अब रियल एस्टेट बिजनेस पर बोले जितेंद्र, जानिए क्या कहा।

जितेंद्र ने रियल स्टेट इंडस्ट्री को लेकर कहा ये
जितेंद्र ने यूट्यूब चैनल विजिनरी स्टूडियोज से बातचीत में कह, ‘मैं टिपिकल बिल्डिर नहीं हूं. टिपिकल बिल्डर प्रॉपर्टी बनने से पहले ही बेच देते हैं. लेकिन मुझे ये पसंद नहीं है. तो मैंने ये डिसाइड किया कि मैं पहले बिल्डिंग बनाऊंगा फिर उसे बेचूंगा. एक नॉर्मल बिजनेसमैन के तौर पर मैं शायद मूर्ख लगूं. मैंने फिल्म बिजनेस में 50 साल बिताए हैं और मेरे समय में बहुत अच्छे दयालु लोग थे. फिल्म बिजनेस में लोग इमोशनल होते हैं. लेकिन जब मैंने ये बिजनेस शुरू किया तो मुझे ये एहसास हुआ कि इनका अलग सिस्टम है.’
आगे उन्होंने कहा, ‘लोग चालाक हैं, सयाने हैं. शायद मैं उतना सयाना नहीं हूं. फिल्मों में लोग इमोशन्स के साथ काम करते हैं लेकिन रियल स्टेट में ये काम नहीं करता है. जो भी सक्सेसफुल बिल्डर हैं आज की तारीख में उन्होंने सभी ने अच्छे काम किए हैं और लोगों ने उनकी तारीफ भी की है. और जो लोग बदमाश हैं, जो सिर्फ निर्माण पूरा करके भाग जाते हैं. झूठे वादे करते हैं, उनमें से ज़्यादातर लोग सलाखों के पीछे हैं. आपके सिर्फ अच्छे काम के लिए आपकी तारीफ होती है.’
बता दें कि जितेंद्र ने फिल्म इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाई है. उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं. वो धरम करम, आंसू बने अंगारे, आदमी खिलौना, सपनों का मंदिर, रणभूमी, नफरत की आंधी, अमीरी गरीबी, सिंदूर, मुलाजिम, स्वर्ग से सुंदर जैसी तमाम फिल्में की हैं.