महामंडलेश्वर मदनमोहन दास महात्यागी बने जानकी निवास मंदिर के नए महंत, अयोध्या के महंतों ने महंत कमलनयन दास के साथ तिलक और कंठी देकर दी स्वीकृति

समारोह में अयोध्या के विशिष्ट संत-महंत, धर्माचार्यों ने साधु शाही परंपरानुसार महामंडलेश्वर मदनमोहन दास महात्यागी काे अपनी मान्यताएं दीं। इस नई ताजपोशी से सूने पड़े मंदिर परिसर में लंबे समय बाद उल्लास बिखरा दिखा।
इस अवसर पर नवनियुक्त महंत महामंडलेश्वर मदनमोहन दास ने कहा कि संत-महंत एवं धर्माचार्यों ने उन्हें जानकी निवास प्रमोद वन की महंती दी है। जिस पर वह पूरी तरह खरा उतरेंगे। उनके द्वारा ऐसा काेई कार्य नही किया जायेगा, जिसमें महंत पद और मंदिर की प्रतिष्ठा धूमिल हाे। सदैव महंत पद की प्रतिष्ठा बनाकर चलेंगे। मठ का सर्वांगीण विकास करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि जानकी निवास मंदिर में ठाकुरजी की सेवा संग गो, संत,विद्यार्थी,अतिथि सेवा सुचारु रूप से चलती रहेगी। जैसा गुरुदेव के समय से चली आ रही है। आश्रम में सभी उत्सव, समैया, आदि परंपरानुसार मनाया जाता रहेगा।
महंताई समारोह में महंत परमहंस वैष्णव दास, तिकोनिया मंदिर के महंत महामंडलेश्वर हरेराम दास, दिगंबर अखाड़ा के उत्तराधिकारी महंत रामलखन दास, महंत रामदास महात्यागी, संत रामप्रिया दास, रामचरित मानस विद्यापीठ के महंत कमला दास रामायणी, हनुमानगढ़ी के सरपंच महंत रामकुमार दास, बड़ा फाटक के महंत संदीप दास, नंदीग्राम चित्रकुटी मंदिर के महंत उत्तम दास, महंत राम लोचन शरण, महंत अवध किशोर, पहलवान मनीराम दास, हनुमानगढ़ी के पुजारी रमेश दास, हनुमानगढ़ी के नागा उपेंद्र दास, महंत प्रिया प्रीतम शरण, स्वामी छविराम दास, महंत प्रियाशरण, महंत भूषण दास, महंत राम मिलन दास, समाजसेवी विकास श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।