5 दिग्गज क्रिकेटर जिन्हें खेलने से किया गया बैन, जानिए कितने भारतीय हैं इस लिस्ट में शामिल।

हीथ स्ट्रीक- जिम्बाब्वे
बैन अवधि- 8 साल
कारण- आईसीसी के एंटी-करप्शन कोड का उल्लंघन
जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान और दिग्गज गेंदबाज हीथ स्ट्रीक को 2021 में 8 साल के लिए बैन किया गया था. उन पर आरोप था कि उन्होंने एक संदिग्ध सट्टेबाज को टीम से जुड़ी अंदरूनी जानकारी दी थी, बदले में उन्हें बिटकॉइन, गहने और अन्य महंगे तोहफे मिले थे. हालांकि उन्होंने मैच फिक्सिंग नहीं की, लेकिन ऐसी किसी भी बात को बताना भी ICC के नियमों के खिलाफ है.
सलमान बट्ट- पाकिस्तान
बैन अवधि- 10 साल (5 साल निलंबित)
कारण- स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल, 2010
2010 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में पाकिस्तान के तत्कालीन कप्तान सलमान बट्ट ने जानबूझकर नो-बॉल फिंकवाने के लिए सट्टेबाजों से पैसा लिया था. इस घोटाले में मोहम्मद आमिर और साथी खिलाड़ी मोहम्मद आसिफ भी शामिल थे. उन्हें 10 साल का बैन मिला, जिसमें 5 साल की सजा कम कर दी गई थी, साथ ही उन्हें ब्रिटेन की जेल में भी सजा काटनी पड़ी थी.
एस. श्रीसंत- भारत
बैन अवधि- 7 साल
कारण- आईपीएल 2013 में स्पॉट फिक्सिंग
भारत को 2007 का T20 वर्ल्ड कप और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप जिताने वाले तेज गेंदबाज श्रीसंत को आईपीएल 2013 के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में उम्रभर के लिए बैन कर दिया गया था. हालांकि अदालत द्वारा उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया गया था, लेकिन BCCI ने उनका बैन 7 साल तक लागू रखा, जो 2019 में जाकर खत्म हुआ था.
डेविड वॉर्नर – ऑस्ट्रेलिया
बैन अवधि- 1 साल
कारण- बॉल टैम्परिंग स्कैंडल, 2018
साउथ अफ्रीका दौरे पर खेले गए टेस्ट मैच में डेविड वॉर्नर ने साथी खिलाड़ी कैमरन बैनक्रॉफ्ट को गेंद से छेड़छाड़ (सैंडपेपर से स्क्रैच करने) के लिए उकसाया था. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्नर को इसमे दोषी पाया और उन्हें 1 साल के लिए बैन कर दिया गया था. साथ ही, उन पर आजीवन किसी भी टीम की कप्तानी की भूमिका से प्रतिबंध लगा दिया गया था.
स्टीव स्मिथ- ऑस्ट्रेलिया
बैन अवधि- 1 साल
कारण- बॉल टैम्परिंग स्कैंडल, 2018
उस वक्त ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रहे स्टीव स्मिथ ने खुद इस बात को स्वीकार किया था कि उन्हें बॉल टैम्परिंग की योजना के बारे में पूरी जानकारी थी लेकिन उन्होंने फिर भी उसे नहीं रोका था. इस मामले में स्मिथ को एक साल का बैन और दो साल की कप्तानी से रोक लगा दी गई थी. हालांकि, उन्होंने वापसी की और फिर से टीम के अहम खिलाड़ी बनकर उभरे.