ऋषभ पंत की बहादुरी भरी पारी पर क्रिकेट दिग्गजों की तारीफ, संजीव गोयनका ने भी सराहा

0
85c5d89d1c4c5bff6aeb08e2e5c9b06e17534048952641212_original-e1753407833376-660x330
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट के दूसरे दिन ऋषभ पंत ने जुझारू खेल की मिसाल पेश की। पैर में फ्रैक्चर की पुष्टि होने के बावजूद उन्होंने मैदान पर उतरने का साहसी फैसला लिया। जब पंत बल्लेबाजी करने आए, तो ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाईं। पंत ने दर्द में भी अर्धशतक जमाकर न सिर्फ फैंस का दिल जीता, बल्कि टीम को 358 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

“ऐसे लम्हे इतिहास बनते हैं” – संजय मांजरेकर

पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने पंत की हिम्मत की तुलना अनिल कुंबले की ऐतिहासिक जबड़े पर पट्टी बांधकर की गई गेंदबाजी से की। उन्होंने कहा,
“ये वो पल हैं जिन्हें लोग 50 साल बाद भी याद रखेंगे। यह दिखाता है कि ऋषभ देश के लिए खेलने को कितने समर्पित हैं।”

“पंत टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं”
मांजरेकर ने आगे कहा कि पंत सीमित ओवरों से ज़्यादा टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देते हैं।
“टेस्ट क्रिकेट, खासकर इंग्लैंड में, एक अलग सम्मान देता है। शायद यही वजह है कि उन्होंने यहां खुद को साबित करने का मन बनाया।”

संजीव गोयनका की भावुक प्रतिक्रिया
ऋषभ पंत इंडियन प्रीमियर लीग में लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान हैं। टीम मालिक संजीव गोयनका ने भी पंत के जज्बे की सराहना करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा:
“ये सिर्फ प्रतिभा नहीं, ये एक करैक्टर है। सलाम।”

“पूरा फैसला उनका था”
मांजरेकर ने बताया कि जब पंत को गौतम गंभीर के साथ बातचीत करते देखा गया, तो लगा कि वह अंतिम बल्लेबाज़ी करेंगे। लेकिन छठा विकेट गिरते ही वे बल्लेबाजी के लिए आ गए।
“वो साफ तौर पर दर्द में थे, लेकिन यह फैसला पूरी तरह उनका अपना था कि वो मैदान पर लौटेंगे।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *