टेस्ट डेब्यू में दोहरा शतक: 147 साल में सिर्फ 7 बल्लेबाज़ों ने रचा कारनामा

आइए नजर डालते हैं उन 7 क्रिकेटरों पर, जिन्होंने टेस्ट करियर की शुरुआत दोहरे शतक से की:
1. रेजिनाल्ड फॉस्टर (इंग्लैंड)
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स्कोर: 287 रन
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विरुद्ध: ऑस्ट्रेलिया
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स्थान: सिडनी
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साल: 1903
1903 में एशेज सीरीज के दौरान सिडनी में फॉस्टर ने 287 रनों की लाजवाब पारी खेली। वह डेब्यू टेस्ट में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने।
2. लॉरेंस रो (वेस्टइंडीज)
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स्कोर: 214 रन
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विरुद्ध: न्यूजीलैंड
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स्थान: किंग्स्टन
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साल: 1972
69 साल बाद वेस्टइंडीज के लॉरेंस रो ने डेब्यू में न्यूजीलैंड के खिलाफ 214 रन ठोके। मुकाबला ड्रॉ रहा, लेकिन उनकी पारी आज भी यादगार मानी जाती है।
3. ब्रेंडन कुरुप्पू (श्रीलंका)
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स्कोर: 201* रन
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विरुद्ध: न्यूजीलैंड
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स्थान: कोलंबो
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साल: 1987
कुरुप्पू ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद दोहरा शतक लगाया और वे ऐसा करने वाले श्रीलंका के इकलौते बल्लेबाज हैं।
4. मैथ्यू सिंक्लेयर (न्यूजीलैंड)
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स्कोर: 214 रन
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विरुद्ध: वेस्टइंडीज
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स्थान: वेलिंगटन
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साल: 1999
सिंक्लेयर ने धमाकेदार डेब्यू करते हुए 214 रन बनाए और न्यूजीलैंड ने मुकाबला पारी से जीत लिया।
5. जैक्स रूडॉल्फ (दक्षिण अफ्रीका)
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स्कोर: 222* रन
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विरुद्ध: बांग्लादेश
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स्थान: चटगांव
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साल: 2003
रूडॉल्फ ने बांग्लादेश के खिलाफ शानदार दोहरा शतक लगाकर मैच को एकतरफा बना दिया।
6. काइल मेयर्स (वेस्टइंडीज)
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स्कोर: 210* रन
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विरुद्ध: बांग्लादेश
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स्थान: चटगांव
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साल: 2021
चौथी पारी में दोहरा शतक लगाकर मेयर्स ने वेस्टइंडीज को लगभग नामुमकिन सी जीत दिला दी। यह पारी टेस्ट इतिहास में खास दर्ज हुई।
7. डेवोन कॉनवे (न्यूजीलैंड)
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स्कोर: 200 रन
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विरुद्ध: इंग्लैंड
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स्थान: लॉर्ड्स
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साल: 2021
लॉर्ड्स के मैदान पर डेब्यू करते हुए कॉनवे ने 200 रन की क्लासिक पारी खेली और दूसरी बार किसी कीवी बल्लेबाज ने ऐसा कारनामा किया।
निष्कर्ष:
टेस्ट डेब्यू पर दोहरा शतक बनाना बेहद दुर्लभ उपलब्धि है, जो इन सात खिलाड़ियों ने कर दिखाया। उनका नाम टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गया है।