पहलगाम आतंकी हमले के तीन महीने बाद अमेरिका-पाकिस्तान कूटनीति में हलचल, TRF पर ऐक्शन के बाद अमेरिका ने कहा ‘थैंक यू’

अमेरिका ने जताया पाकिस्तान का आभार
बैठक के बाद दिए गए बयान में मार्को रुबियो ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों में पाकिस्तान की भूमिका की सराहना की। उन्होंने इशाक डार को इस सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया। दोनों देशों के बीच व्यापार और खनिज क्षेत्र में साझेदारी को लेकर भी बातचीत हुई।
TRF को लेकर अमेरिका सख्त
इस मुलाकात से ठीक पहले अमेरिका ने आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को आधिकारिक रूप से विदेशी आतंकी संगठन और वैश्विक आतंकवादी संस्था घोषित कर दिया। TRF को लश्कर-ए-तैयबा का एक मुखौटा संगठन माना जाता है। गौरतलब है कि अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
भारत-पाक रिश्ते भी रहे चर्चा में
पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय ने पहले ही संकेत दिया था कि इस बैठक में भारत-पाक संबंधों पर भी चर्चा की जाएगी। पाक प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि दोनों देशों के बीच विचारों का आदान-प्रदान होगा। पाकिस्तान ने अमेरिका की उस भूमिका की भी तारीफ की जिससे दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम की स्थिति बनी।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया
भारत लंबे समय से पाकिस्तान पर आतंकवाद को प्रायोजित करने के आरोप लगाता रहा है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर आतंक को ‘पर्यटन’ की तरह बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरी दुनिया के लिए खतरा है।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद एक उद्योग बन गया है, जिससे सरकार और सेना लाभ उठा रही है। पीएम मोदी ने पाकिस्तानी जनता से आतंक के खिलाफ खड़े होने की अपील भी की।