लैपटॉप को गोद में रखकर काम करना कितना सुरक्षित है? खासतौर पर महिलाओं के लिए जानिए इसके खतरे

क्या लैपटॉप को गोद में रखकर काम करना सुरक्षित है?
विशेषज्ञों के अनुसार, लैपटॉप से निकलने वाली गर्मी और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है, खासतौर पर जब यह सीधे त्वचा के संपर्क में हो।
त्वचा पर प्रभाव: टोस्टेड स्किन सिंड्रोम का खतरा
जब आप लंबे समय तक लैपटॉप को अपनी जांघों पर रखती हैं, तो इससे स्किन पर गर्मी का सीधा असर होता है। इससे त्वचा पर धब्बे, रंगत में बदलाव, जलन या खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस स्थिति को “टोस्टेड स्किन सिंड्रोम” कहा जाता है। कुछ मामलों में यह लंबे समय तक त्वचा की सूजन का कारण बन सकता है, जिससे स्किन कैंसर का जोखिम भी बढ़ सकता है।
फर्टिलिटी पर असर
लैपटॉप की गर्मी पेल्विक एरिया में टेम्परेचर को बढ़ा सकती है। इससे महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है। यह समस्या पुरुषों के लिए भी उतनी ही गंभीर है।
प्रेग्नेंसी में भी हो सकता है नुकसान
यदि आप गर्भवती हैं, तो रेडिएशन और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड का असर आपके होने वाले बच्चे पर भी पड़ सकता है। हालांकि, सामान्य स्तर के रेडिएशन से बड़ा खतरा नहीं होता, लेकिन अगर आपकी स्किन या शरीर इन संवेदनाओं के प्रति संवेदनशील है, तो यह सिरदर्द, थकान जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
गलत पोस्चर से हो सकता है दर्द
लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से शरीर का पोस्चर बिगड़ जाता है। गर्दन झुक जाती है, कंधे आगे की ओर झुकते हैं और रीढ़ की हड्डी पर दबाव बढ़ता है। इससे पीठ, गर्दन और कंधों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
सेफ्टी टिप्स जो महिलाएं अपनाएं:
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लैपटॉप को हमेशा टेबल या लैपटॉप स्टैंड पर रखें
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कूलिंग पैड का इस्तेमाल करें
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हर घंटे ब्रेक लें और स्ट्रेचिंग करें
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पोस्चर पर ध्यान दें — पीठ सीधी और स्क्रीन आंखों के सामने हो
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य स्वास्थ्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी हेल्थ से जुड़ी समस्या के लिए डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।