मथुरा के फरह में जर्जर प्राथमिक विद्यालय: बारिश में टपकती छत और टूटे गाटर, डर के बीच जारी है बच्चों की पढ़ाई

पिछले एक साल से प्रधानाचार्य, शिक्षक और छात्र-छात्राएं तमाम समस्याओं का सामना कर रहे हैं। प्रधानाचार्य द्वारा कई बार संबंधित अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
विद्यालय की सहायक अध्यापिका पिंकी मित्तल ने बताया कि भवन की हालत काफी समय से खराब है और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद बच्चों की पढ़ाई इसी जर्जर इमारत में जारी है।
हाल ही में राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल की इमारत गिरने से कई बच्चों की जान चली गई थी, जिससे प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठे। लेकिन मथुरा के इस स्कूल को देखकर ऐसा लगता है कि यहां भी प्रशासन किसी हादसे का इंतजार कर रहा है।
फरह कस्बे के इस विद्यालय में चारों ओर दीवारों में दरारें हैं, छत से प्लास्टर गिर रहा है और बरसात के मौसम में जोखिम और भी बढ़ गया है। शिक्षकों का कहना है कि बच्चों को पढ़ाना अब जोखिम भरा बन गया है, लेकिन विकल्प न होने के कारण वे मजबूर हैं।
अब देखना यह है कि प्रशासन कब जागेगा और कब इस गंभीर समस्या का समाधान किया जाएगा, ताकि बच्चे और शिक्षक सुरक्षित माहौल में शिक्षा प्राप्त कर सकें।