उत्तर प्रदेशराज्य

प्रयागराज में बाढ़ का खतरा बढ़ा: गंगा-यमुना का जलस्तर चढ़ा, 88 राहत चौकियां सक्रिय, तीसरी बार बड़े हनुमान जी का गंगाजल से हुआ स्नान 

प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में जलस्तर में तेज़ी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यमुना नदी नैनी में 81.13 मीटर और गंगा नदी फाफामऊ में 81.30 मीटर तक पहुंच गई है, जो खतरे के निशान 84.734 मीटर के करीब है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। शहर के निचले इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है, और बाढ़ का पानी धीरे-धीरे रिहायशी इलाकों में घुसने लगा है। छोटे बघाड़ा, शिवकुटी, बेली कछार, अशोक नगर और नेवादा जैसे क्षेत्रों में जलभराव से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

कई जगहों पर सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे लोगों का आवागमन प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने राहत व बचाव कार्यों के लिए 88 बाढ़ चौकियां और 4 राहत शिविर स्थापित किए हैं। NDRF और SDRF की टीमें मौके पर तैनात हैं।

इस बीच, शहर के प्रसिद्ध लेटे हुए बड़े हनुमान मंदिर तक गंगा का पानी पहुंच गया है। मान्यता है कि जब गंगाजल मंदिर तक आता है, तो हनुमान जी का पावन स्नान होता है। यह तीसरी बार है जब बाढ़ के दौरान गंगा जल ने हनुमान जी को स्नान कराया है। इस दृश्य को लेकर श्रद्धालुओं में गहरी आस्था और विशेष उत्साह देखा जा रहा है। मंदिर में विशेष पूजा-पाठ किया जा रहा है, जिसे श्रद्धालु शुभ संकेत मान रहे हैं।

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदियों के किनारे जाने से बचें और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन पर संपर्क करें। आने वाले दिनों में जलस्तर में और वृद्धि की संभावना जताई गई है।

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