धान की फसल के लिए खरपतवार नाशक पर 50% सब्सिडी: किसान आधार कार्ड और खेत के दस्तावेज लेकर ब्लॉक संसाधन केंद्र पर करें आवेदन
उन्होंने बताया कि कुछ किसानों ने धान की रोपाई कर दी है, जबकि कुछ अभी भी रोपाई कर रहे हैं। जिन किसानों ने अभी तक रोपाई नहीं की है, वे रोपाई से 10 दिन पहले खेत में पानी चलाकर जुताई कर दें। इससे खरपतवार मिट्टी में दब जाएंगे और कम उगेंगे।
जिन किसानों के खेतों में रोपाई के बाद खरपतवार उग आए हैं, वे 50% सब्सिडी पर खरपतवार नाशक दवाइयां प्राप्त कर सकते हैं। खरपतवार मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं – चौड़ी पत्ती वाले और नीम पत्ती वाले। चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार के लिए नीमसार दवा का छिड़काव किया जा सकता है।
अन्य प्रभावी दवाइयों में ग्लाफोसेट, विस्पारी बैक सोडियम और पिटलाक्लोर शामिल हैं। धान की रोपाई के एक सप्ताह पहले भी इन दवाओं का छिड़काव करके खरपतवार की समस्या से बचा जा सकता है। सभी खरपतवार नाशक दवाइयां ब्लॉक संसाधन केंद्र पर उपलब्ध हैं। किसान अपना आधार कार्ड और खेत के कागजात लेकर वहां जाएं और 50% सब्सिडी पर इन दवाइयों को प्राप्त कर सकते हैं।