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NCERT पाठ्यक्रम में फील्ड मार्शल मानेकशॉ, ब्रिगेडियर उस्मान और मेजर सोमनाथ शर्मा की वीरता की कहानियां शामिल

भारत के पहले और एकमात्र फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ, ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान और मेजर सोमनाथ शर्मा के जीवन और बलिदान पर अध्याय इस शैक्षणिक वर्ष 2025-26 में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में कक्षा 8 (उर्दू), कक्षा 7 (उर्दू) और कक्षा 8 (अंग्रेजी) में जोड़े गए हैं.

नए शुरू किए गए अध्यायों का उद्देश्य विद्यार्थियों को साहस और कर्तव्य की प्रेरणादायक कहानियों के बारे में ज्ञान देना है. भारतीय थल सेना के एकमात्र अधिकारी और पूर्व सैन्य प्रमुख सैम मानेकशॉ को फील्ड मार्शल का पद प्रदान किया गया था. उनको उनके असाधारण नेतृत्व और रणनीतिक कौशल के लिए याद किया जाता है. वहीं, महावीर चक्र और परमवीर चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान और मेजर सोमनाथ शर्मा ने राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी और वे सर्वोच्च बलिदान के प्रतीक बने हुए हैं.

देश के सभी छात्रों को भारतीय सैन्य इतिहास की जानकारी देने की है पहल

राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (NWM) को एक प्रमुख राष्ट्रीय स्थल के रूप में स्थापित करने के प्रयासों के अंतर्गत रक्षा मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के साथ मिलकर NWM और उससे संबंधित संदर्भों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया है. इन कहानियों और पाठ्यक्रम में इनके समावेश के माध्यम से छात्र न केवल भारत के सैन्य इतिहास की जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि सहानुभूति, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और राष्ट्र निर्माण में योगदान पर महत्वपूर्ण जीवन के सबक भी सीखेंगे.

25 फरवरी, 2019 को स्थापित की गई थी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली के इंडिया गेट स्थित प्रतिष्ठित सेंट्रल विस्टा ‘C’ हेक्सागन में स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (NWM) राष्ट्र को समर्पित किया. इस स्मारक की स्थापना सभी नागरिकों में देशभक्ति, उच्च नैतिक मूल्यों, बलिदान, राष्ट्रीय भावना और अपनेपन की भावना जगाने के लिए की गई थी. साथ ही यह राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमारे बहादुर सैनिकों को एक उचित श्रद्धांजलि भी है.

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