मेलानिया ट्रंप का ‘शांति पत्र’
जब ट्रंप ने यह पत्र पुतिन को सौंपा, तो उन्होंने तुरंत इसे पढ़ा और बैठक में मौजूद सभी प्रतिनिधिमंडलों ने इस क्षण को देखा। पत्र में मेलानिया ने लिखा –
“हर बच्चा अपने दिल में एक जैसे सपने रखता है – चाहे वह किसी गांव में पैदा हुआ हो या किसी बड़े शहर में। वे प्यार, संभावनाओं और खतरों से सुरक्षा का सपना देखते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि माता-पिता की तरह नेताओं की भी जिम्मेदारी है कि अगली पीढ़ी की उम्मीदों को जीवित रखा जाए। उन्होंने लिखा –
“हमें एक गरिमा से भरी दुनिया बनानी होगी, जहां हर आत्मा शांति के साथ जी सके और भविष्य सुरक्षित हो। हर नई पीढ़ी मासूमियत से शुरू होती है, जो किसी भूगोल, सरकार या विचारधारा से ऊपर है।”
पत्र में मेलानिया ने यह भी लिखा कि आज की दुनिया में कई बच्चे चुपचाप मुस्कुराते हैं, मानो अंधेरे के बीच भी अपनी मासूमियत बनाए रखे हुए हों। उन्होंने पुतिन से अपील की –
“आप इन बच्चों की हंसी को लौटा सकते हैं। उनकी मासूमियत की रक्षा करके आप सिर्फ रूस की ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता की सेवा करेंगे। यह विचार सभी मानवीय सीमाओं से परे है। और आप, पुतिन इस सपने को कलम की एक लकीर से सच कर सकते हैं। वक्त आ गया है।”
ट्रंप और पुतिन की बैठक के नतीजे
बैठक के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे “बेहद उत्पादक” बताया। हालांकि उन्होंने साफ किया कि रूस-यूक्रेन युद्ध के तुरंत अंत की संभावना नहीं है। ट्रंप ने कहा कि “हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी वहां तक नहीं पहुंचे हैं।”
जेलेंस्की की वॉशिंगटन यात्रा
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की सोमवार को वॉशिंगटन पहुंचने वाले हैं। उनकी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात तय है और माना जा रहा है कि इसमें भी युद्ध को खत्म करने के विकल्पों पर चर्चा होगी।