उन्नाव: बड़ौरा जूनियर स्कूल में एसडीएम के निरीक्षण में सामने आई शिक्षा व्यवस्था की खामियां

उन्नाव में शिक्षा की गुणवत्ता की जांच के लिए मंगलवार को बड़ौरा जूनियर स्कूल का औचक निरीक्षण किया गया। स्कूल में कुल 221 छात्र-छात्राओं में से 178 बच्चे उपस्थित मिले। वहीं 9 तैनात अध्यापकों में से 2 अवकाश पर पाए गए।
निरीक्षण के दौरान स्कूल परिसर के बाहर गंदगी और कूड़े का ढेर दिखाई दिया। सफाई कर्मियों की अनियमितता पर सवाल उठाते हुए विद्यालय प्रशासन को शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता पर भी ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
शिक्षा स्तर की जांच में भी खामियां सामने आईं। कक्षा 6 के छात्र नीति के दोहे का अर्थ नहीं बता पाए, जबकि कक्षा 7 के बच्चे ग्रह विज्ञान के अध्याय में ‘मुल्हा’ शब्द का अर्थ समझाने में असमर्थ रहे। इस पर शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए कड़े निर्देश दिए गए। कहा गया कि बच्चों को केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि समझ विकसित करने की जरूरत है। पढ़ाए गए पाठ को बार-बार दोहराने की सलाह भी दी गई। साथ ही चेतावनी दी गई कि भविष्य में लापरवाही मिलने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
यह भी कहा गया कि शिक्षा के क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन यदि उसका असर जमीनी स्तर पर नहीं दिखेगा तो इसका कोई लाभ नहीं होगा। सभी शिक्षकों को बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए मिलकर कार्य करने की हिदायत दी गई।