खेल

भारत ‘ए’ टीम से सरफराज़ ख़ान को बाहर किए जाने पर विवाद भड़का; कांग्रेस प्रवक्ता ने जताई आपत्ति…

दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के विरुद्ध होने वाले दो चार-दिवसीय मैचों के लिए भारत ‘ए’ टीम से सरफराज खान को बाहर किए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के खिलाफ दो मैचों की श्रृंखला के लिए भारत ‘ए’ टीम की घोषणा मंगलवार को की गई। दोनों मुकाबले बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेले जाएंगे। श्रृंखला का पहला मैच 30 अक्टूबर से तथा दूसरा मैच 6 नवंबर से प्रारंभ होगा।

इस श्रृंखला में ऋषभ पंत की मैदान पर वापसी हो रही है। इंग्लैंड दौरे के दौरान उन्हें चोट लगी थी और तब से वे भारतीय टीम से बाहर थे। अब पंत को भारत ‘ए’ टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है।

कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सरफराज खान के चयन न होने पर प्रश्न उठाया। शमा मोहम्मद ने पूछा, “क्या सरफराज खान का चयन उनके उपनाम (खान) के कारण नहीं किया गया? मैं केवल प्रश्न पूछ रही हूं। हमें यह पता है कि गौतम गंभीर इस विषय पर क्या सोच रखते हैं।”

सरफराज ने भारत की ओर से अपना अंतिम मैच न्यूज़ीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में खेला था। उन्हें ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेलने का अवसर नहीं मिला। फिटनेस में सुधार होने के बावजूद, उनकी इंग्लैंड दौरे के लिए चयन नहीं हुआ, और वेस्ट इंडीज के विरुद्ध घरेलू श्रृंखला में भी उन्हें शामिल नहीं किया गया।

माजी चयनकर्ता क्या कहते हैं?

एक पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने पीटीआई से कहा, “सरफराज को मुंबई टीम प्रबंधन तथा वरिष्ठ खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे से बातचीत करनी चाहिए और संभव हो तो तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने का प्रयास करना चाहिए, जहाँ उसे नई गेंद का सामना करना पड़ सकता है। यदि वह पाँचवें या छठे क्रम पर बल्लेबाजी करता रहा, तो उसका कुछ लाभ नहीं होगा। इन स्थानों के लिए भारत के पास पहले से ही कई अष्टपैलू विकल्प हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “पंत, वॉशिंग्टन सुंदर, रवींद्र जडेजा और नितीश रेड्डी… यदि ये सभी फिट और उपलब्ध रहें, तो ये मध्य क्रम में अष्टपैलू के रूप में खेल सकते हैं। पंत के चोटिल होने पर ध्रुव जुरेल पाँचवें या छठे क्रम पर बल्लेबाजी करेंगे।” न्यूज़ीलैंड के खिलाफ स्पिन-पिच पर सरफराज के लगातार चार असफल प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम से बाहर किया गया।

शमी का भी बचाव किया गया

शमा मोहम्मद ने इससे पहले मोहम्मद शमी का भी बचाव किया था। इस वर्ष रमज़ान के महीने में दुबई में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफ़ाइनल के बाद शमी ने एनर्जी ड्रिंक पी थी। इसके बाद ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने रमज़ान में रोज़ा न रखने के कारण उन्हें अपराधी कहा था।

कांग्रेस नेत्री ने जवाब दिया, “इस्लाम रोज़े से छूट देता है, विशेष रूप से उन लोगों को जो यात्रा कर रहे हों या शारीरिक रूप से कठिन कार्य में संलग्न हों।” शमा मोहम्मद ने कहा, “इस्लाम की सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक यह है कि यात्रा के दौरान रोज़ा रखना अनिवार्य नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा, “मोहम्मद शमी इस समय यात्रा पर हैं। वे खेलते हैं, और खेलते समय उन्हें अत्यधिक प्यास लग सकती है। ऐसे में उनसे रोज़ा रखने की अपेक्षा करना उचित नहीं। इस्लाम में कर्म और अच्छे आचरण को अधिक महत्व दिया गया है। इस्लाम एक अत्यंत वैज्ञानिक धर्म है।”

भारत ‘ए’ टीम

ऋषभ पंत (कप्तान, विकेटकीपर), आयुष म्हात्रे, एन. जगदीशन (विकेटकीपर), साई सुदर्शन (उपकप्तान), देवदत्त पडिक्कल, रजत पाटीदार, हर्ष दुबे, तनुष कोटियन, मानव सूथर, अंशुल कंबोज, यश ठाकुर, आयुष जैन, सारांश जैन।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button