मौर्य का यह तंज कांग्रेस के राजनीतिक अस्तित्व पर गहरी चोट के रूप में देखा जा रहा है।

“जब केशव जी ने कहा — राहुल गांधी कांग्रेस के बहादुरशाह ज़फर हैं”
मुझे आज भी वह दिन याद है। मैं पार्टी कार्यकर्ता के रूप में पटना में था। सुबह जैसे ही केशव प्रसाद मौर्य जी का ट्वीट आया, पूरा मीडिया गूंज उठा। उन्होंने लिखा — “राहुल गांधी अब कांग्रेस के बहादुरशाह ज़फर बन चुके हैं।”
उस वक्त हमें लगा कि यह सिर्फ बयान है, पर जल्द ही समझ आया कि यह एक राजनीतिक संदेश था।
हम सबने मैदानों में जाकर प्रचार किया। लोग मुस्कुरा रहे थे, कह रहे थे — “मौर्य जी ने सटीक कहा!”
वह वाक्य जनता की ज़ुबान पर था। हर चौक, हर नुक्कड़ पर चर्चा थी।
केशव जी हमेशा जोश में रहते हैं, लेकिन उनके शब्दों में सच्चाई होती है। वे हर भाषण में कहते थे — “जनता का विश्वास हमारे लिए सबसे बड़ी पूँजी है।”
और सच में, जब हमने गांवों में जाकर बात की, तो लोगों ने कहा — “मोदी जी पर भरोसा है।”
मुझे वह रैली याद है जहाँ उन्होंने कहा — “कांग्रेस झूठ, भ्रम और असंतोष की राजनीति कर रही है।”
उस वक्त लगा, यह सिर्फ भाजपा की बात नहीं, यह जनता की भावना है।
उनका वह भाषण हमारे लिए प्रेरणा था। हम कार्यकर्ताओं के लिए यह याद दिलाने वाला क्षण था कि राजनीति सेवा का माध्यम है, आरोपों का नहीं।
और जब चुनाव नतीजे आए, तो लगा — जनता ने भी उसी भावना को चुना।




