राजस्थान के श्रीगंगानगर में ISI के लिए काम करने वाला एजेंट गिरफ्तार, बड़ा मामला उजागर।

जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश
सीआईडी इंटेलिजेंस की हालिया कार्रवाई ने साबित किया कि सोशल मीडिया अब जासूसी का एक बड़ा हथियार बन गया है। श्रीगंगानगर में पकड़ा गया प्रकाश सिंह इसी ऑनलाइन जासूसी तंत्र का हिस्सा था।
आईएसआई तक पहुंचने का रास्ता – इंटरनेट
आरोपी ने इंटरनेट को संपर्क का माध्यम बनाकर पाकिस्तानी एजेंसी तक अपनी पहुंच बनाई। व्हाट्सएप पर विदेशी नंबरों से लगातार हुए संवाद ने उसके इरादों को उजागर कर दिया।
सीमा क्षेत्र में संदिग्ध मौजूदगी
राजस्थान के सैन्य क्षेत्रों में निगरानी रखने वाली एजेंसियों ने उसे साधूवाली कैंट इलाके के पास घूमते हुए पकड़ा। उसकी हरकतें सामान्य नागरिक से अलग दिखाई दे रही थीं।
फिरोजपुर से जासूसी तक
प्रकाश पंजाब के फिरोजपुर का रहने वाला है। सीमा के नजदीक बसे होने के कारण वह सैन्य गतिविधियों से परिचित था और इसी का फायदा उठाकर अलग-अलग राज्यों की जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचाता रहा।
गोपनीय सूचनाएं भेजने के सबूत
उसके मोबाइल में मिले मैसेज, वीडियोज और लोकेशन रिकॉर्ड ने पुष्टि की कि वह सेना के मूवमेंट, पुलों व रेलवे लाइनों की तस्वीरें साझा करता था।
पुराना लिंक – ऑपरेशन सिंदूर
पूछताछ में पता चला कि वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़े समय से ही आईएसआई के संपर्क में था। इस दौरान उसने कई महत्वपूर्ण जानकारियां पाकिस्तान को मुहैया कराईं।
अभी और खुलासों की उम्मीद
जयपुर में उससे हो रही पूछताछ में सुरक्षा एजेंसियों को उम्मीद है कि एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।




