अंतर्राष्ट्रीय

छोटे ‘स्टिंग’ से बड़ा वार: यूक्रेन ने कैसे नाकाम किए रूस के महंगे जेट-पावर्ड शाहेद ड्रोन?

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में, यूक्रेन का STING इंटरसेप्टर ड्रोन, रूसी जेट पावर्ड शाहेद ड्रोन को तबाह कर रहा है। वाइल्ड हॉर्नेट्स द्वारा निर्मित, यह कॉम्पैक्ट सिस्टम रूसी अटैक ड्रोन से मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यूक्रेन शहरों और एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर रूसी हमलों का मुकाबला करने के लिए इन सस्ते, मॉड्यूलर ड्रोन को तेजी से तैनात कर रहा है, जो पारंपरिक मिसाइलों की तुलना में किफायती हैं।

 रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्त करने की कोशिशों के बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक छोटा सा और तेजी से उड़ने वाला यूक्रेनी इंटरसेप्टर ड्रोन एक रूस के जेट पावर्ड ड्रोन शाहेद के पास जाता है और उसे तबाह कर देता है।

वीडियो में दिख रहे छोटे से इंटरसेप्टर ड्रोन STING (स्टिंग) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक कॉम्पैक्ट देश में बना सिस्टम है, जिसे खासतौर पर लंबी दूरी के रूसी अटैक ड्रोन का मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है।

वीडियो में क्या दिखाया गया?

इस वीडियो को STING प्रोग्राम बनाने वाली यूक्रेनी कंपनी वाइल्ड हॉर्नेट्स ने शेयर किया और इसमें इंटरसेप्टर को टकराने से पहले अपने टारगेट की ओर तेजी से बढ़ते हुए दिखाया गया है। शाहेद ड्रोन, जिसे रूस ने मॉडिफाई किया है वह ज्यादा स्पीड और ऊंचाई पर उड़ रहा है, हवा में ही टकरा जाता है।

क्या है स्टिंग ड्रोन की खासियत?

यूक्रेन इन इंटरसेप्टर ड्रोन को तैनात करने की जल्दी में है क्योंकि रूस शहरों और जरूरी एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमले तेज कर रहा है। पारंपरिक एयर-डिफेंस मिसाइलों के उलट इंटरसेप्टर ड्रोन सस्ते, मॉड्यूलर और इस्तेमाल के बाद फेंक देने लायक बनाए जाते हैं। वहीं एयर डिफेंस मिसाइलों की कीमत लाखों या करोड़ों डॉलर में हो सकती है।

वहीं, जमीनी परिस्थितियों में टेक्नीशियन तेजी से काम करते हैं। एंटीना और सेंसर हल्के स्टैंड पर लगाए जाते हैं, मॉनिटर और कंट्रोल सिस्टम मजबूत केस से निकाले जाते हैं और लॉन्च उपकरण फ्रंट लाइन के पास या कमजोर शहरी केंद्रों के पास असेंबल किए जाते हैं। तेज डिप्लॉयमेंट और फ्लेक्सिबिलिटी पर जोर दिया जाता है, जिससे ऑपरेटर आने वाले खतरों पर तेजी से प्रतिक्रिया दे सकें।

रूस के ड्रोन का जवाब है स्टिंग

STING ड्रोन का डिजाइन अपने आप में खास है। ऑपरेटर इसे थर्मस फ्लास्क जैसा बताते हैं – एक पतला सिलिंड्रिकल बॉडी जिसे धीरज के बजाय स्पीड और ऊंचाई के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है। इस सिस्टम को रूसी सुसाइड ड्रोन के बदलते प्रोफाइल का मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो अब पहले के वर्जन की तुलना में ज्यादा तेजी से और ज्यादा ऊंचाई पर उड़ते हैं।

वाइल्ड हॉर्नेट्स ने कहा है कि उसका इंटरसेप्टर 11 किलोमीटर तक की ऊंचाई तक पहुंचने में सक्षम है, जिससे यह रूसी सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे जेट-पावर्ड शाहेद वेरिएंट की रेंज में आ जाता है।

यह वीडियो हाल के महीनों में रूसी हवाई हमलों की सबसे भारी लहरों में से एक के बीच जारी किया गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेनाओं ने सोमवार रात को एक “बड़े हमले” किए, जिसमें देश भर के 13 क्षेत्रों को निशाना बनाया गया।

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