भारत और तिब्बत में हिली धरती : नेपाल समेत 3 देशों में भूकंप के झटके, नेपाल में भूकंप की तीव्रता 7.1 दर्ज

नए साल के पहले सप्ताह में नेपाल समेत 3 देशों में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेपाल में भूकंप की तीव्रता 7.1 दर्ज की गई। जबकि तिब्बत में 6.8 और भारत के बिहार, सिक्किम, और उत्तर बंगाल के कुछ हिस्सों में भी हलके झटके महसूस किए गए। बिहार के मोतिहारी और समस्तीपुर में सुबह 6.40 बजे के आसपास भूकंप आया, जो लगभग पांच सेकंड तक महसूस हुआ।
नेपाल में 32 लोगों की मौत, तिब्बत में नुकसान
नेपाल की सीमा के पास तिब्बत क्षेत्र में आए शक्तिशाली भूकंप से अब तक 32 लोगों की मौत होने की खबर है। हालांकि, नेपाल में किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
भूकंप क्यों आता है? जानिए इसके कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप धरती की सात टेक्टोनिक प्लेट्स के आपस में टकराने के कारण आते हैं। ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं, और जब ये आपस में टकराती हैं, तो धरती हिलने लगती है, जिसे भूकंप कहा जाता है। भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर नापा जाता है, जो 1 से 9 तक होती है।
रिक्टर स्केल और भूकंप की तीव्रता
1.9 तक: सिर्फ सीज्मोग्राफ से पता चलता है।
2 से 2.9: हल्का कंपन महसूस होता है।
3 से 3.9: ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक गुजर रहा हो।
4 से 4.9: खिड़कियां टूट सकती हैं और दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
5 से 5.9: फर्नीचर हिल सकता है।
6 से 6.9: इमारतों की नींव कमजोर हो सकती है।
7 से 7.9: इमारतें ढह सकती हैं, पाइपलाइनें फट सकती हैं।
8 से 8.9: बड़े पुल गिर सकते हैं।
9 या उससे अधिक: भारी तबाही और सुनामी का खतरा हो सकता है।
तत्काल राहत कार्य जारी
भूकंप के झटके के बाद नेपाल और तिब्बत में राहत और बचाव कार्यों का सिलसिला जारी है। सरकारी एजेंसियां और आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।