दादी-नानी की कहानी श्रृंखला में बच्चों ने शिक्षक रंगाराजू की सुनी कहानी
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लखनऊ। राजधानी में गुरुवार को दादी-नानी की कहानी श्रृंखला में बच्चों ने शिक्षक रंगाराजू की कहानी सुनी। लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा आलमबाग के चंदर नगर स्थित नवयुग पब्लिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में स्टोरीमैन जीतेश श्रीवास्तव ने बच्चों को शिक्षक की असली कमाई बताई।
मालिक ने रंगाराजू सर के पैर छुए
कार्यक्रम की शुरुआत मनोरंजन खेल और कठिन वाक्यों के उच्चारण अभ्यास से हुई। कथा एक आदर्श शिक्षक रंगाराजू की थी जिसकी कम कमाई से असंतुष्ट रहे उसके पुत्र को तब हैरत हुई जब उसने देखा कि जिस कम्पनी में वह उच्च वेतनमान पर नौकरी करता है उसके मालिक ने रंगाराजू सर के पैर छुए। किसी समय में जिस गरीब छात्र की रंगाराजू सर ने मदद की थी वह अपनी मेहनत और प्रतिभा से बड़ी कंपनी का मालिक बन गया था।
एक शिक्षक हमेशा यही चाहता है कि उसके द्वारा पढ़ाये गये छात्र अपने काम में सफल होकर अपने माता पिता और देश का नाम ऊंचा करें। बच्चों को मेहनत और लगन से पढ़ाई करने की प्रेरणा दी गई। शिक्षाविद डा. आशुतोष कृष्ण ने बच्चों को खेलने, पढ़ने और आगे बढ़ने के टिप्स दिए।
प्रधानाचार्य के साथ विद्यालय के शिक्षक रहे मौजूद
इस अवसर पर नवयुग पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य डा. अनुप्रिया दयाल, प्रबंध समिति के पदाधिकारी हेमन्त दयाल, लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी, शिवेन्द्र पटेल, विद्यालय के शिक्षक सहित अन्य उपस्थित रहे।