गड्ढों में फंसी जिले के विकास की गाड़ी- आनंद राजपाल

बस्ती।प्रदेश की सड़कों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर हैं, गड्ढा मुक्त करने का शासन की तरफ से अभियान चलाया जा रहा है,इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए। लेकिन बस्ती जनपद में मिश्रौलिया – पचपेड़िया मार्ग, गदहाखोर पुलिया से डफाली टोल तक सड़क अपने बदहाली पर रो रहा है। किसी नेता ने इन सड़कों की सुध नहीं ली जिसका खामियाजा जनता को हर दिन भुगतना पड़ रहा है। कई नेता आए और चले गए, कई डीएम आए और वे भी चले गए मगर किसी ने इस सड़क के जीर्णाेधार का प्रयास नहीं किया। व्यापारियों के हित की लड़ाई लडने वाला बस्ती उद्योग व्यापार प्रतितिधि मंडल ने आज इन समस्याओ को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।

जिलाध्यक्ष आनंद राजपाल ने कहा सड़क में बने हजारों गड्ढे यात्रियों के लिये मुसीबत बन गये हैं। ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, सड़कों की हालत इतनी दयनीय है वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। खासकर गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं बरसात के दिनों में हालात और भी बदतर हो जाते हैं, जब दलदली रास्तों में पैर रखना तक मुश्किल हो जाता है। महामंत्री सूर्य कुमार शुक्ला का कहना है कि बस्ती के जिम्मेदार लोगों ने विकास पर पावर ब्रेक लगा दिया है। यह रोड काफी सालों से बुरी स्थिति में है, नाले का निर्माण तो हुआ लेकिन निकासी सही नहीं है। जिसकी वजह से हमेशा नाला भी चोक रहता है । यहां के किसान नाले का पानी काट के सड़क पर लाते हैं जिसकी वजह से सड़क हमेशा बहुत बुरी स्थिति में रहती है। यह सड़क पटेल चौक हाईवे से आकर सीधे पुरानी बस्ती को जोड़ती है जो बहुत महत्वपूर्ण है। हमारी लड़ाई सिर्फ एक ही है और वह है बस्ती के विकास की लड़ाई। हम बस्ती को एक बेहतर जगह बनाना चाहते हैं, जहां सड़कों पर गड्ढे न हों, जहां लोगों को स्वच्छ पानी मिले, जहां पार्किंग की समस्या का हल हो, हमारी लड़ाई किसी पार्टी और अधिकारी से नहीं बल्कि बस्ती की जनता के विकास के लिए है।इस दौरान सतीश सोनकर, रविंद्र कश्यप, रंजीत श्रीवास्तव, आदि मौजूद रहे।