केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की 93 वीं बटालियन का स्थापना दिवस धूमधाम से सम्पन्न

लखनऊ। प्रदेश की राजधानी में आशियाना स्थित 93 बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 38 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दिनांक एक अप्रैल को बटालियन के कमांडेंट ने सुबह क्वार्टर गार्ड पर उपस्थित होकर सलामी ली। इस मौके पर उन्होंने बटालियन के सभी जवानों को वाहिनी का संक्षिप्त गौरवशाली इतिहास बताते हुए अपने सुरक्षा बल की परंपराओं को ध्यान में रखकर कर्तव्य निभाने व मर्यादित आचरण करने हेतु प्रेरित किया। सभी अधिकारियों एवं जवानों ने मुख्यालय 93 बटालियन कैंप में शहीद स्मारक स्थल पर उपस्थित होकर समस्त शहीदों के बलिदानों को स्मरण करते हुए उन्हें पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
वाहिनी के स्थापना दिवस के इस गौरवमई अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का भी सायं 6.30 बजे से आयोजित किया गया,इस कार्यक्रम का शुभारंभ वाहिनी कमांडेंट देवेन्द्र नाथ यादव ने सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन कर किया। इस आयोजन के अवसर पर उत्तर प्रदेश शास्त्रीय संगीत विभाग से श्रीमती निधि निगम एवं उनकी संगीत टीम ने भजन, फिल्मी गीत व देशभक्ति के गीतों की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। कार्यक्रम में श्रीमति प्रीति तिवारी की टीम ने कत्थक नृत्य में श्री कबीर पंथी की अभिभूत करने वाली प्रस्तुतियों से सभी को खूब रिझाया। कार्यक्रम के प्रस्तुतियों की श्रृंखला में सीआरपीएफ परिवार की बच्चियों ने अपने नृत्य कौशल से सभी का मन मोह लिया, कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने उनके कौशल को खूब सराहा और तालियों से उनका उत्साहवर्धन किया।
उपरोक्त कार्यक्रम में सहायक कमांडेंट आशिफ खान, उप निरीक्षक /आरओ सियाराम मिश्र एवं सुनील शुक्ला तथा सांस्कृतिक विभाग ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम को गति प्रदान कर पूरी महफिल में चार चांद लगा दिया। इस मौके पर वाहिनी के हमारे वीर जवान कलाकारों ने भी अपनी अपनी प्रस्तुति देकर सभी अधिकारियों, जवानों और उनके परिजनों सहित उपस्थित अतिथियों का खूब मनोरंजन किया ।
इस अवसर पर उपस्थित कमांडेंट सहित समस्त अधिकारियों एवं जवानों ने परस्पर एक दूसरे को वाहिनी के स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं, कार्यकम का समापन पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न हुआ। कमांडेंट देवेन्द्र नाथ ने कार्यकम में भाग ले रहे सभी जवानों व बाहर से आये हुए अतिथियों, प्रतिभागियों / कलाकारों व मीडिया कर्मियों का मनोबल बढ़ाने व उत्साहवर्धन हेतु आर्शिवचन देते हुए उन्हें सम्मान स्वरूप पुरस्कार एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया।