विकास भवन की सुरक्षा में भारी कमी: अग्निशमन यंत्र दोषपूर्ण, पीने के पानी और शौचालय की सुविधाएं नहीं

विकास भवन में अव्यवस्थाओं का अंबार।
कुशीनगर के विकास भवन में सुरक्षा व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं की स्थिति चिंताजनक है। तीन मंजिला इस भवन में 21 महत्वपूर्ण कार्यालय हैं, जिनमें सीडीओ, डीपीआरओ और जिला समाज कल्याण कार्यालय शामिल हैं।
विकास भवन में रोजाना सैकड़ों कर्मचारी और हजारों आम नागरिक आते हैं। यहां अग्निशमन यंत्र या तो खराब हैं या कूड़े में पड़े हुए हैं। आग से बचाव के लिए रखी गई बालू की बाल्टियां भी कूड़े में फेंकी हुई मिलीं।नए डीएम महेंद्र सिंह तंवर के आने से पहले कुछ खाली बाल्टियां और पुराने अग्निशमन यंत्र टांगे गए थे। लेकिन डीएम के आकस्मिक निरीक्षण से पहले इन्हें हटाकर कूड़े वाले कमरों में रख दिया गया। भवन में आने वाले लोगों को पीने के पानी की सुविधा नहीं मिलती। सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था भी नहीं है।
इससे दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विकास भवन मुख्य विकास अधिकारी के अधीन आता है। अन्य विभाग किराया देकर यहां कार्यालय चलाते हैं। फिर भी सुरक्षा मानकों और बुनियादी सुविधाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है।