हाई बीपी के कारण: केवल अधिक नमक ही नहीं, शरीर में पोटैशियम की कमी भी बढ़ा सकती है ब्लड प्रेशर, जानिए कौन-सी डाइट है फायदेमंद

0
high-bp-causes_large_1206_148.webp-e1752546868225-660x330
जैसे ही लोग 40 की उम्र पार करते हैं, वैसे ही अधिकतर लोग अपनी थाली से नमक कम कर देते हैं। साथ ही अचार, पापड़ और चिप्स जैसी चीजों से दूरी बना लेते हैं। लेकिन इसके बाद भी उनका ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं होता है। क्योंकि हमारी थाली में सिर्फ नमक ज्यादा नहीं है, बल्कि पोटैशियम बहुत कम है। इस कारण ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने की जो कहानी है, वह अधूरी रह जाती है। हालांकि इसको करना मुश्किल नहीं है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि पोटैशियम की सही डोज क्या है और इसको किस तरह से डाइट में शामिल करना चाहिए।

जानिए पोटैशियम की सही डोज

पोटैशियम न सिर्फ एक्स्ट्रा नमक को यूरिन के रास्ते बाहर निकालता है। लेकिन यह आर्टरी की मांसपेशियों को भी शांत करता है। रिसर्च के मुताबिक अगर डेली पोटैशियम 3.5 ग्राम से ज्यादा हो जाए, तो सिस्टोलिक बीपी में 4-6 mmHg तक की गिरावट आ सकती है। यह उतना ही होता है, जितना शुरूआती बीपी दवाओं से होता है

स्मार्ट बनाएं सुबह की शुरुआत

रोजाना सुबह 200ml नारियल पानी या फिर 1 केला का सेवन करें। इन दोनों में ही 400mg पोटैशियम होता है।

नाश्ते में आप अंकुरित मूंग चाट खा सकते हैं। इसमें करीब 650mg पोटैशियम और सिर्फ 400mg सोडियम होता है।

वहीं दोपहर के खाने में आप ऐसी सब्जियों को शामिल करें, जोकि पोटैशियम से भरपूर हों।

शाम को स्नैक्स में आप चिप्स, पापड़ या भुजिया की जगह एक मुट्ठी बिना नमक वाली मूंगफली या उबले चने खा सकते हैं।

रात के खाने में आप कच्चा केला या तुरई की सब्जी और अंकुरित मूंग खा सकते हैं। इसमें 600-700mg पोटैशियम होता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *