NSA अजीत डोभाल और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात पर रूस का बयान – “दोस्ती के रिश्ते की कसौटी पर खरे उतरे”

एनएसए अजीत डोभाल की रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ यह मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से रूसी तेल खरीदने के लेकर भारत पर लगाए गए 25 परसेंट टैरिफ को दोगुना करने की घोषणा के एक दिन बाद हुई है. अजीत डोभाल की यह रूस यात्रा पहले से तय थी और इसमें उन्होंने रूस के नेतृत्व के साथ दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की.
भारतीय एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से क्रेमलिन में मुलाकात की, इससे पहले डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु के साथ व्यापक रूप से चर्चा की. चर्चा के दौरान डोभाल और शोइगु ने वैश्विक मंच पर बढ़ती अनिश्चितताओं के बीच भारत और रूस के अत्यंत विशेष संबंध के महत्व पर जोर दिया, जो ट्रंप प्रशासन की नीतियों से उत्पन्न उथल-पुथल की ओर स्पष्ट संकेत था.
हम अपनी साझेदारी को देते हैं महत्व- डोभाल
एनएसए अजीत डोभाल ने कहा, “हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं. आपने (शोइगु) सही कहा कि दुनिया इस वक्त एक बहुत ही उथल-पुथल भरे दौर से गुजर रही है. इस दौरान कई अनिश्चितताएं हैं, कुछ अनजानी परिस्थितियां हैं और ऐसे वातावरण में हमारी पुरानी रणनीतिक और विशेषाधिकार हासिल की हुई साझेदारी की एक बहुत विशेष भूमिका है.”
सर्गेई शोइगु ने भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने को बताया प्राथमिकता
इस पर रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु ने कहा, “रूस और भारत के बीच मजबूत और समय की कसौटी पर खरा उतरा दोस्ती का रिश्ता है और मॉस्को के लिए भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है, जो आपसी सम्मान, भरोसा, एक-दूसरे के हितों की समान रूप से समझ और एक एजेंडे को आगे बढ़ाने की इच्छा पर आधारित है.
उन्होंने कहा, “हम एक नए और टिकाऊ विश्व की व्यवस्था के निर्माण, अंतरराष्ट्रीय कानून के शासन को सुनिश्चित करने और सभी आधुनिक चुनौतियों और खतरों का संयुक्त रूप से मुकाबला करने के लिए सक्रिय सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”