“जैसे-जैसे लोकप्रियता बढ़ी, बिडेन की टीम ने मुझे कमजोर किया: कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक नेतृत्व के बारे में कहा”

कमला हैरिस का बिडेन पर खुलासा: 2024 चुनावों में तनाव
कमला हैरिस, जो कि अमेरिका की उप राष्ट्रपति हैं, ने हाल ही में पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ एक महत्वपूर्ण संबंध और उनके फैसलों पर अपनी चिंताओं को खुलकर व्यक्त किया है। इस लेख में हम हैरिस के बिडेन के प्रतिअपने विचार साझा करने की पूरी कहानी को विस्तार से देखेंगे, जिसमें उनकी नई पुस्तक और राजनीतिक दृष्टिकोण का भी समावेश होगा।
लोकप्रियता और राजनीति
हैरिस ने खुलासा किया कि जैसे ही उनकी लोकप्रियता में वृद्धि हुई, बिडेन की टीम ने उनका साथ छोड़ दिया। यह एक ऐसा समय था जब हैरिस को लगा कि वह अपनी पहचान बना रही हैं। इस पर बिडेन की प्रतिक्रिया ने उन्हें निराश किया। उनका आरोप है कि यह एक राजनीतिक चाल थी, जो कि उनके करियर को नुकसान पहुँचा सकती थी। हैरिस का मानना है कि बिडेन की टीम ने उनकी उपलब्धियों को कमतर करने का प्रयास किया, जिससे उनकी नैतिकता पर असर पड़ा।
चुनावी निर्णय और अहंकार
हैरिस ने यह भी कहा कि बिडेन का 2024 में फिर से चुनाव लड़ने का निर्णय “अहंकार से भरा हुआ” था। ऐसे समय में जब कई लोगों को उनकी उम्र और स्वास्थ्य के बारे में चिंता थी, बिडेन के चुनावी फैसले के पीछे की सोच को लेकर हैरिस का यह बयान निश्चित रूप से राजनीतिक अदालती सुनवाई के समान ही है। वह मानती हैं कि बिडेन का यह निर्णय न केवल पार्टी के लिए, बल्कि देश के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है।
नई पुस्तक का सहयोग
सिर्फ चुनावी राजनीति ही नहीं, बल्कि हैरिस ने अपनी नई पुस्तक के सह-अध्यक्ष होने के दौरान भी बिडेन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बिडेन ने उनकी सफलता को कम करने के लिए बातें की। इस पुस्तक के माध्यम से वह अपने अनुभवों और विचारों को साझा करना चाहती थीं, लेकिन उनके मानने के अनुसार बिडेन का हस्तक्षेप उनकी प्रयासों को विफल कर रहा था।
बिडेन से बाहर निकलने का आह्वान
कमला हैरिस ने बिडेन को सीधे तौर पर 2024 की दौड़ से बाहर निकलने का आह्वान भी किया। उनका यह बयान दर्शाता है कि वह अपनी पार्टी की नई दिशा में विश्वास रखती हैं। हैरिस का मानना है कि पार्टी को नए नेतृत्व की आवश्यकता है, और बिडेन को इसी दृष्टिकोण से आगे बढ़ना चाहिए।
लापरवाह निर्णय
हैरिस ने बिडेन के फैसलों में “लापरवाही” की भी चर्चा की। उनके अनुसार, कुछ प्रमुख निर्णय जो बिडेन ने लिए हैं, उनकी पार्टी और देश के लिए अनुकुल नहीं हैं। यह बयान उनका स्पष्ट संकेत है कि वह राजनीतिक मजबूरियों को लेकर कितनी गंभीरता से सोचती हैं।
निष्कर्ष
कमला हैरिस का यह खुलासा न केवल उनके व्यक्तिगत अनुभवों को दर्शाता है, बल्कि यह राजनीतिक दुनिया की प्रमुख चुनौतियों पर भी रोशनी डालता है। बिडेन और हैरिस सौम्यता और आपसी सम्मान की सीमाएं पार कर चुके हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में ये दोनों नेता कैसे अपने-अपने राजनीतिक लक्ष्यों की खातिर आगे बढ़ते हैं।
इस जटिल राजनीतिक परिदृश्य में, हैरिस की आवाज़ महत्वपूर्ण होगी और यह देखना होगा कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों का प्रभाव 2024 के चुनावों पर कैसे पड़ेगा। क्या यह बिडेन के लिए एक चेतावनी होगी, या वह इन आलोचनाओं का सामना कर सका? केवल समय ही बताएगा।




