नई दिल्ली

पार्षद को कीचड़ में घसीटा और डीसी की गाड़ी रोकी, दिल्ली के सुल्तानपुरी में क्यों हुआ बवाल?

सुल्तानपुरी में फूटा आक्रोश: पार्षद को कीचड़ में घसीटा, DC की गाड़ी रोकी

नई दिल्ली। बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में बुधवार को स्थानीय निवासियों का गुस्सा उस समय उबाल पर आ गया, जब उन्होंने निरीक्षण के लिए पहुंची रोहिणी जोन की डिप्टी कमिश्नर (DC) के काफिले को रोक लिया और अपने ही स्थानीय पार्षद को कीचड़ में घसीटते हुए विरोध दर्ज कराया। लोगों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इलाके में पिछले एक महीने से सीवर ओवरफ्लो, जलभराव, टूटी सड़कें और गंदगी जैसी समस्याओं की वजह से उनका जीवन दूभर हो गया है।


निरीक्षण के दौरान बिगड़ा माहौल

बुधवार दोपहर 12 बजे DC ऋषिता गुप्ता अधिकारियों के साथ सुल्तानपुरी के D-7 ब्लॉक का निरीक्षण करने पहुंचीं। इसी दौरान आम आदमी पार्टी के पार्षद दौलत पवार भी मौके पर आए। इसके बाद लोगों ने सफाई व्यवस्था को लेकर जमकर विरोध किया और DC की गाड़ी रोकने की कोशिश की। नाराज भीड़ ने पार्षद को सड़क पर फैले कीचड़ और गंदे पानी में उतार दिया और उनसे पूछा कि “यही है हमारा विकास?”

स्थिति तनावपूर्ण होती देख अधिकारी बिना निवासियों से मिले ही वापस लौट गए।


सड़क और सीवर से नाराज़गी की बड़ी वजह

स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब 300 मीटर लंबी सड़क एक महीने पहले बनाई जानी थी, जिसके लिए पुरानी सड़क तोड़ दी गई। लेकिन सड़क निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया, जिससे सीवर लाइनों को नुकसान पहुंचा और गंदा पानी लगातार सड़कों पर बहने लगा। रहवासियों का कहना है कि सुबह 6 से 10 बजे तक सड़क पूरी तरह सीवेज के पानी से भर जाती है, जिससे बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं बाहर तक नहीं निकल पाते।


बीमारियों का खतरा बढ़ा, पीने का पानी तक दूषित

इलाके में गंदे पानी और कचरे की बदबू से लोग परेशान हैं। नीतू नाम की एक महिला ने बताया कि गंदे पानी की सप्लाई की वजह से उन्हें दूसरे ब्लॉक से मटके में पानी लाना पड़ता है। कई परिवार पेट और त्वचा की बीमारियों से ग्रस्त हैं। वहीं, सीमा कौर ने बताया कि इलाके में कचरा उठाने वाली गाड़ी कभी नहीं आती, जिससे सड़क पर कचरा सड़ता रहता है और मच्छर तेजी से पनप रहे हैं।


बच्चों के लिए बना जोखिमभरा इलाका

स्थानीय निवासी मीना कौर ने बताया कि छठ पूजा के दौरान कई बच्चे टूटी सड़क और खुले सीवर में गिरकर घायल हो गए थे। सीवर के ढक्कन टूटे हुए थे, जिनमें अक्सर बच्चे गिर जाते हैं। गलियां इतनी गंदी हैं कि बच्चे बाहर खेल तक नहीं पाते।

गुरुद्वारे के ग्रंथी हरदयाल सिंह ने कहा, “सुबह के समय सड़क इतनी गंदी होती है कि लोग गुरुद्वारे नहीं आ सकते। बच्चे स्कूल नहीं जा सकते। सड़क टूटने से पहले ऐसी हालत नहीं थी।”


प्रशासन ने स्वीकार की लोगों की शिकायतें

विरोध प्रदर्शन के बाद DC ऋषिता गुप्ता ने कहा कि लोगों की शिकायतें जायज हैं और जल्द समाधान के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए जाएंगे। पार्षद दौलत पवार ने भी माना कि इलाके में जलभराव और सीवर की समस्या गंभीर है, जिसका निवारण जल्द किया जाना जरूरी है।


निष्कर्ष

सुल्तानपुरी की यह घटना सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि लंबे समय से अनदेखी की गई मूलभूत समस्याओं के प्रति जनता की नाराज़गी का परिणाम है। लोगों का कहना है कि जब तक सड़क, सीवर और जल निकासी की समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।

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