अयोध्या गैंगरेप केस में आरोपी सपा नेता के घर चल सकता बुलडोजर, एक्शन में योगी सरकार
पीड़ित नाबालिग लड़की की मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात के बाद पूरा कलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है।
अयोध्या के भदरसा में हुए गैंगरेप कांड पर योगी सरकार एक्शन मोड में है। कहा जा रहा है कि आरोपी सपा नेता मोईद खान की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चल सकता है। उसकी जमीनों की पैमाइश हो रही है। इसके अलावा आरोपी के साथी सपा नेता और नगर पंचायत भदरसा के चेयरमैन मोहम्मद राशिद, सपा नेता जय सिंह राणा एवं एक अन्य के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
आरोप है कि देर रात 11 बजे जिला महिला अस्पताल जाकर इन लोगों ने पीड़ित परिवार को सुलह करने की धमकी भी दी थी। थाना पूराकलंदर के पिपरी भरतकुंड निवासी रामसेवक दास ने मामला दर्ज करवाया है। पीड़ित नाबालिग अस्पताल में भर्ती है।
पीड़ित नाबालिग लड़की की मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात के बाद पूरा कलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है। दोनों के खिलाफ त्वरित कारवाई न करने और मामला दर्ज करने में देरी पर कार्रवाई की गई है। इसके अलावा 2 अगस्त को मुख्य आरोपी मोईद खान की संपत्तियों की भी जांच के आदेश दिए गए। राजस्व विभाग ने जमीन की पैमाइश शुरू कर दी है, आरोप है कि मोइद द्वारा तालाब और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा किया गया है।
गैंगरेप की ये घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां एक नाबालिग से दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके बारी-बारी रेप करते रहे। इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई। पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की, लेकिन आरोप है कि शुरुआत में कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके बाद में जब हिंदू संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया तो पुलिस ने सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया। एनसीपीसीआर ने इस घटना पर पुलिस को नोटिस भी दिया है।
पीड़ित नाबालिग लड़की की मां ने शुक्रवार (2 अगस्त) को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सपा नेता मोईद खान समेत अन्य आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद अब थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पर भी एक्शन हुआ है और आरोपी की संपत्ति की जांच शुरू कर दी गई है।
क्या है पूरा घटनाक्रम……?
12 वर्षीय पीड़ित नाबालिग चार बहनों में सबसे छोटी है। पिता की दो साल पहले ही मौत हो गई थी। घर का गुजारा उसकी मां और बहनों के द्वारा मजदूरी से मिले पैसे से चलता है। आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी। तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने उससे कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है। आरोप है कि मोईद ने उसका बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया। फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे। बच्ची जब दो महीने की गर्भवती हो गई तब मामले का खुलासा हुआ जिस पर योगी सरकार बड़े एक्शन के मूड में दिख रही है।