पर्यटन मंत्री ने अरूणाचल के मुख्यमंत्री एवं प्रदेशवासियों को महाकुम्भ में आने का दिया न्योता

एटा नगर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुम्भ-2025 में पधारने के लिए पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह एवं वन, पर्यावरण राज्यमंत्री केपी मलिक ने अरूणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में मुख्यमंत्री पेमा खाण्डू को कुम्भ में आने का न्योता दिया। इस शिष्टाचार भेंट में उन्होंने मुख्यमंत्री पेमा खाण्डू को बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार का यह विश्व स्तरीय धार्मिक समागम है। देश-दुनिया से लगभग 40 करोड़ लोग आस्था की डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं एवं आगन्तुकों के लिए उच्च स्तरीय व्यवस्था की गई है।

इस महाकुम्भ से भारत की सांस्कृतिक विविधता एवं एकता का संदेश पूरे विश्व में पहुंचेगा

चर्चा के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि प्रयागराज में आयोजित इस महाकुम्भ से भारत की सांस्कृतिक विविधता एवं एकता का संदेश पूरे विश्व में पहुंचेगा। उत्तर प्रदेश अरूणाचल प्रदेशवासियों एवं अन्य महानुभावों का स्वागत करने के लिए तैयार है।मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने उत्तर प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश के बीच पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का संकल्प भी लिया। दोनों राज्यों के बीच टूर कृट्रेवेल आपरेटर्स और सांस्कृतिक कलाकारों के प्रतिनिधिमंडल भेजने पर भी सहमति बनी। उत्तर प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश “एक भारत श्रेष्ठ भारत“ अभियान के तहत साझेदार राज्य हैं। इन संबंधों को और प्रगाढ़ करने का संकल्प लिया गया।

paryatan mantree ne aroonaachal ke mukhyamantree evan pradeshavaasiyon ko mahaakumbh mein aane ka diya nyota

“भारत” वसुधैव कुटुंबकम् और सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया के मूलमंत्र को चरितार्थ करता है

इसके पहले प्रेस कांफ्रेंस और रोड शो का आयोजन किया गया। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने महाकुंभ के महात्म्य और इसके भव्य और दिव्य आयोजन के लिए की जा रही तैयारियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ’भारत, वसुधैव कुटुंबकम् और सर्वे भवन्तु सुखिनः ,सर्वे सन्तु निरामया के मूल मंत्र को चरितार्थ करता है। महाकुंभ-2025 विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम होने वाला है। 12 वर्ष बाद संगम नगरी प्रयागराज में योग आया है, जिसका वैज्ञानिक कारण भी है। इस दिव्य एवं भव्य महाकुम्भ में कई विश्व कीर्तिमान स्थापित होने जा रहे हैं। इस प्रकार देश -विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर जीवन को धन्य करेंगे।

कहा जाये तो यह डिजिटल महाकुम्भ है

उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के स्नान, ध्यान, भ्रमण, सुरक्षा और ठहरने की सर्वोत्तम व्यवस्था की जा रही है। कहा जाये तो यह डिजिटल महाकुम्भ है। भारत की सांस्कृति विविधता का संदेश भी है। दोनों मंत्री ने बताया कि बड़े पैमाने पर टेंट सिटी तैयार की जा रही है। जहां लोगों को योगा, वाइफाई, सहित अन्य सुविधाएं अत्याधुनिक मिलेंगी। महाकुंभ-2025 के अवसर पर प्रयागराज में हेलीकॉप्टर जॉयराइड की भी व्यवस्था होगी। वाटर स्पोर्ट्स एवं एडवेन्चर स्पोर्ट्स की सुविधाएं भी पर्यटकों को उपलब्ध कराई जाएंगी। अयोध्या, काशी आदि स्थलों के भ्रमण के लिए पैकेज तैयार किए गए हैं। संस्कृति ग्राम, कलाग्राम बनाए जा रहे हैं। प्रयागराज के अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करेंगे।

यह पर्व हमें पूर्वजों से आध्यात्मिक धरोहर के रूप में प्राप्त हुआ है
जयवीर सिंह ने कहा कि हमारा विश्वास है कि सभी आगंतुक न केवल भारत की सांस्कृतिक, दार्शनिक और धार्मिक-आध्यात्मिक स्वरूप का दर्शन करेंगे, इस महा आयोजन का अद्भुत आनंद लेंगे। मुझे लगता है ऐसा संगम, जहां अनेकता में एकता के सभी रूप दिखेंगे।’
वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री के.पी. मलिक ने कहा कि महाकुंभ में डुबकी लगाना न केवल आत्मिक शुद्धि का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे समाज के विविध रंगों को एक सूत्र में पिरोता है।यह पर्व हमें पूर्वजों से आध्यात्मिक धरोहर के रूप में प्राप्त हुआ है, जो हमारी आस्था को सुदृढ़ करता है। आदरणीय प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में महाकुंभ की तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं। जैसे-जैसे महाकुंभ की पवित्र घड़ी नजदीक आती जा रही है। वैसे-वैसे मेला अपना आकार लेता जा रहा है।
पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश की विशेष सचिव ईशा प्रिया ने पर्यटन विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की भी जानकारी दी। इस दौरान अरुणाचल प्रदेश सरकार के विधायक और प्रवक्ता मुटचू मित्ती और पर्यटन विभाग अरुणाचल प्रदेश की विशेष सचिव रांगपो, निदेशक मंजूनाथ सहित कई महत्वपूर्ण लोगों की उपस्थिति रही।

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