बस्ती में कूड़े के ढेर में मिली गांधी की प्रतिमा, नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया धरना-प्रदर्शन
बस्ती। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान के बाद देशभर में मचा बवाल अभी शांत भी नहीं हुआ था कि बस्ती में महात्मा गांधी के अपमान का एक नया मामला सामने आया है। यहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को कूड़े के ढेर में पाया गया। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
बताया जा रहा है कि बस्ती जनपद मुख्यालय पर जिला पंचायत भवन को ध्वस्त करने के बाद नया भवन बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। पुराने भवन के केंद्रीय हॉल में महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित थी। लेकिन भवन के ध्वस्तीकरण से पहले फर्नीचर, अभिलेख और अन्य सामान सुरक्षित कर दिए गए, जबकि गांधीजी की प्रतिमा को कूड़े के ढेर पर फेंक दिया गया। इस घटना के सामने आते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गुस्सा फैल गया और उन्होंने मौके पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह महापुरुषों का सुनियोजित अपमान है। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी विजय प्रकाश वर्मा ने मामले को तूल पकड़ते देख माफी मांगते हुए धरना समाप्त करने का आग्रह किया, लेकिन कांग्रेसी नेताओं ने इसे अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष गिरजेश पाल ने कहा कि पहले अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान किया और अब बस्ती में गांधीजी की प्रतिमा का अपमान किया गया है। इसे कांग्रेस किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
धरना प्रदर्शन के दौरान अतीउल्लाह सिद्धीकी, जिपं. अनिल कुमार भारती, अवधेश सिंह, रामधीरज चौधरी सहित कई कांग्रेसी नेता मौजूद थे और उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बाद में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी विजय प्रकाश वर्मा ने ठेकेदार शिवप्रसाद के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। सूत्रों के मुताबिक ठेकेदार शिवप्रसाद भाजपा नेता और जिला पंचायत अध्यक्ष के रिश्तेदार हैं। अब देखना यह है कि इस मामले में किस तरह की कार्रवाई की जाएगी।