समाजवादी मजदूर सभा की मांग: मनरेगा मजदूरों को 200 दिन रोजगार गारंटी और 500 रुपये मानदेय मिले: डॉ अमित
लखनऊ। समाजवादी मजदूर सभा की तरफ से मनरेगा मजदूरों और भवन निर्माण मजदूरों की समस्याओं का ध्यान रखते हुए लाला बाजार जौनपुर में प्रथम फावड़ा मनरेगा प्रमुख सम्मेलन आयोजित किया गया। समाजवादी मजदूर सभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मनरेगा व भवन निर्माण मजदूरों की समस्याओं पर अपनी चिंता जाहिर की।
इस मौके पर मुख्य अतिथि समाजवादी मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ अमित यादव ने मनरेगा मजदूरों को 200 दिनों के रोजगार की गारंटी और 500 रुपये मानदेय की मांग रखी और कहा कि यूपीए सरकार के दौरान श्रद्धेय नेता मुलायम सिंह यादव की सहमति से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) लाया गया। जो ग्रामीण परिवार को साल में 100 दिन तक का रोजगार मुहैया कराने का वादा करती है। यह योजना लोगों को रोजगार का अधिकार देती है।
डॉ अमित यादव ने कहा कि वर्ष में 365 दिन होते हैं और आज के इस महंगाई के दौर में सिर्फ 100 दिनों का रोजगार नाकाफी है इसलिए हमारी मांग हैं कम से कम 200 दिनों का रोजगार मिलनी चाहिए। एक मजदूर अपने परिवार के पालन पोषण में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं और वर्तमान में जो मानदेय हैं उससे वो अपने परिवार का सही पोषण नहीं कर सकते इसलिए उनका मानदेय 500 रुपए करना चाहिए।
मनरेगा और भवन निर्माण मजदूरों के अधिकारों के प्रति चिंतित समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन मजदूरों को समाजवादी मजदूर सभा से जोड़ कर इनसे संवाद स्थापित करके इनके समस्याओं के निराकरण और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करने का निर्देश दिया हैं। तो वहीं समाजवादी मजदूर सभा के प्रमुख महासचिव उत्तर प्रदेश प्रमोद पटेल ने सभी श्रमिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया और कहा कि फावड़ा प्रमुखों का सम्मेलन निरंतर जारी रहेगा।