लहरपुर में अवैध आरा पर वन विभाग की चुप्पी: नवनियुक्त वन क्षेत्राधिकारी पर उठे सवाल
रिपोर्ट: दिनेश शुक्ल
सीतापुर
सीतापुर। सीतापुर जनपद लहरपुर के वन क्षेत्र में हरे-भरे पेड़ों का अवैध कटान रुकने का नाम नहीं ले रहा है। वन विभाग की लचर कार्यशैली और कार्रवाई के नाम पर खामोशी के बीच नवनियुक्त वन क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह की कथनी और करनी में अंतर साफ दिखाई दे रहा है। स्थानीय वन विभाग का कहना है कि अवैध कटान की घटनाओं को लेकर कार्रवाई की जाती है। लेकिन कटे हुए पेड़ और लकड़ी विभाग के हाथ कभी नहीं लगते।
एक और पेड़ का अवैध कटान
सूत्रों के अनुसार लहरपुर क्षेत्र के ग्राम धौरहरा के निवासी नन्हू दीक्षित के खेत में स्थित पांच शीशम के पेड़ों को लकड़कट्टों ने दिनदहाड़े आरा चलाकर काट डाला। इस घटना में विभागीय सांठगांठ की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि एक दिन पूर्व भी इन ही पेड़ों में से एक पेड़ काटा गया था, जिसके बारे में विभाग के पास कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
लकड़ी की खुलेआम बिक्री और विभागीय संलिप्तता
स्थानीय क्षेत्र में लगातार अवैध कटान और लहरपुर के दो अलग-अलग प्लाटों पर खुलेआम लकड़ी की बिक्री से यह साबित हो रहा है कि वन विभाग की संलिप्तता इस पूरे मामले में गंभीर है। जहां एक ओर वन क्षेत्राधिकारी की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं विभागीय उच्चाधिकारियों की चुप्पी भी स्थिति को और संदिग्ध बना रही है।
स्थानीय फारेस्टर का बयान
इस मामले में जब स्थानीय फारेस्टर हरीश श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आपने जो जानकारी दी है मैं मौके पर जाकर जांच करवाता हूँ। अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन यदि मीडिया में चर्चाएं तेज होती हैं, तो विभाग जुर्माना और एफआईआर का सहारा लेकर अपना कर्तव्य निभाने की कोशिश करता है। यह मामला वन विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।