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दुग्ध विकास मंत्री ने महाप्रबंधकों का एक माह का रोका वेतन: पशुपालकों को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं..

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने दुग्ध उपार्जन में अपेक्षित प्रगति न किए जाने पर मथुरा, गोण्डा, कानपुर, मेरठ और अलीगढ़ के दुग्ध संघों के महाप्रबंधकों का एक माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी योजना में लक्ष्य प्राप्ति में विलम्ब होने पर संबंधित अधिकारी का वेतन तत्काल रोका जाएगा। इस संबंध में बैठक के दौरान धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि 31 मार्च 2025 तक किसानों का शत-प्रतिशत बकाया दुग्ध मूल्य भुगतान सुनिश्चित किया जाए।

दुग्ध समितियों के गठन और भुगतान पर फोकस

बैठक में दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रत्येक माह दुग्ध समितियों के गठन और पुनर्गठन की संख्या बढ़ाई जाए, साथ ही पराग के दुग्ध उपार्जन और तरल दुग्ध विक्रय में भी वृद्धि की जाए। उन्होंने वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी दुग्ध महासंघों के महाप्रबंधकों से दुग्ध समितियों के गठन, डेयरी प्लांट की क्षमता, दुग्ध उपार्जन और मूल्य भुगतान की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। दुग्ध विकास मंत्री ने कहा कि किसानों का विश्वास पराग के साथ है, इसलिए समितियों का गठन, समय पर भुगतान और किसानों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को पूरी गंभीरता से पूरा किया जाए।

निष्क्रिय समितियों को सक्रिय करने पर जोर

दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करने के लिए समितियों की संख्या बढ़ाकर उन्हें मजबूत किया जाएगा। निष्क्रिय समितियों को क्रियाशील कर उन्हें संचालित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में संचालित समितियों को किसी भी कारण से बंद नहीं होने दिया जाएगा। सरकार का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों के हितों की रक्षा करना है, और इसके लिए किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

नए बजट का उपयोग और योजनाओं की निगरानी

मंत्री धर्मपाल सिंह ने विभिन्न योजनाओं में आवंटित बजट और व्यय की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि फरवरी 2025 तक बजट का सदुपयोग सुनिश्चित किया जाए और अधिकारी निर्धारित समय में आवंटित धनराशि का उपयोग करें। बैठक में बताया गया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में कुल 18,913 निबंधित समितियों में से 7,564 समितियां कार्यरत हैं और 220 समितियों का गठन तथा 450 समितियों का पुनर्गठन कार्य पूरा हो चुका है।

बैठक में अन्य अधिकारियों की भागीदारी

बैठक में दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव के रवीन्द्र नायक, पशुधन विभाग के विशेष सचिव देवेन्द्र पांडेय, दुग्ध विकास विभाग के विशेष सचिव राम सहाय यादव, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। बैठक के बाद आनंन कुमार सिंह, पूर्व प्रबंध निदेशक, पीसीडीएफ को उनके सेवानिवृत्ति पर सम्मानित किया गया।

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