आंगनबाड़ी केंद्र में कम राशन देने पर आशा कार्यकत्री ने ग्रामीणों से की नोंकझोंक

कासगंज । आज प्राथमिक विद्यालय ककराला विकासखंड पटियाली में पुष्टाहार वितरण में आंगनवाड़ी कार्यकत्री ममता द्वारा कम राशन देने पर आशा कार्यकत्री शीतू से कहा सुनी होने लगी, इसकी सूचना फोन द्वार शीतू ने हमारे रिपोर्टर को दी तो जी न्यूज हंट के ब्लाक रिपोर्टर पटियाली सौरभ यादव मौके पर पहुंचे। ममता नाम की आंगनबाड़ी कार्यकत्री के साथ एक अन्य युवक आया था जो काफी अभद्रता कर रहा था बातचीत के दौरान वो लड़ाई पर अमादा हो गया और गाली गलौज करने लगा।
वितरण करने के दौरान गांव वाले में और आंगनबाड़ी ममता में कहाँ सुनी हो गई। ग्राम वासियों का कहना था राशन पूरा नहीं दिया जा रहा है, जिसको एक किलो मिलना था उसको आधा किलो दिया जा रहा है इस बात को लेकर ग्रामीण काफी आक्रोशित थे।
जब इस बात पर हमारे संवाददाता ने ममता से पूछना चाहा तो वह बदतमीजी करने लगी और जो व्यक्ति उनके साथ था वो गली गलौज एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहने लगा जिसको राशन लेना है उसको इतना ही राशन मिलेगा अगर नहीं लेना है वह बाहर जा सकता है।
जब इस बात की सूचना दरियागंज चौकी इचार्ज पवन को दी तब वह क्षेत्र मे थे उन्होंने कहा कि 112 डायल करे जब 112 डायल किया जब तक मौके पर पहुंची ममता को लेकर वह व्यक्ति चला गया और ममता कल राशन बांटने की बात कह कर चली गयी।
गांव वालो ने लगाये आरोप
उसी गांव की रहने वाली मीनू ने पूछने पर बताया मैडम ने बोला है राशन लेना है तो लो नही तो जाओ,
मीनी देवी पत्नी राजवीर से पूछा गया तो बताया नौ महीने से राशन नही बांटा गया है। मुन्नी देवी पत्नी पप्पू ने भी बताया है कि राशन नही मिलता है।फूलन देवी ने बताया है उनको राशन नही मिला है और कम राशन दिया जाता है।ये सारी बातें हमारे संवाददाता ने सबूत के तौर पर दिए हैं।
जिले के अधिकारी योजनाओं के लिए कितने संवेदनशील
वहीं दूसरी ओर उच्चाधिकारियों की संवेदनशीलता भी जांच लें राशन वितरण मामले मे जब सीडीपीओ राजीव चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया कि राशन पूरा बांटा जाता है। मानक के हिसाब से सभी को पूरा राशन मिलता है इसमें कोई भी कटौती नही की जाती है।घटना पर सीडीपीओ कह रहे है कि अगर आंगनबाड़ी का आदमी होगा तो उससे हम कहेंगे कि आप साथ नही जायेंगे ।कभी कभी समूह की महिला नही जाती है उनके पति चले जाते है तो हम उन को भी मना कर देगे। और हम लेटर जारी करेंगे अगर आदमी उनके साथ बाहर का हुआ तो वीडियो साहब कार्यवाही करेगे । हम वीडियो साहब को अवगत करायेंगे ।जव वीडियो साहब का नम्बर लगाया गया तो फोन नही उठा रहे है।
क्या अधिकारियों के सीयूजी फोन सिर्फ खास लोगों के लिए
इस मामले की घटना के बारे मे एस डी एम को अवगत कराना चाह तो उनका सीयूजी नम्बर उठा नही उसके बाद जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराने के लिए उनके सीयूजी नंबर पर काल लगाए तो उनका भी नम्बर नही लगा।
सवाल सिर्फ एक है कि क्या लोकतांत्रिक तरीके से बातचीत नहीं हो सकती थी। संवाददाता के साथ किए गए अभद्र व्यवहार पर जिला प्रशासन क्या कार्यवाही करेगा क्या सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीक़त बताना गुनाह है।
अमित प्रताप सिंह ब्यूरो रिपोर्ट कासगंज