अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने किया कमाल: पहली बार की सफल रोबोटिक बैरियाट्रिक सर्जरी

लखनऊ। राजधानी के अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पहली सफल रोबोटिक बैरियाट्रिक सर्जरी की। यह सर्जरी गंभीर मोटापे से पीड़ित 38 वर्षीय एक मरीज पर की गई, जिसका वजन 100 किलोग्राम से अधिक था और उसे मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर समस्याएं थीं।

डॉ. सक्सेना के अनुसार रोबोटिक स्लीव गैस्ट्रेक्टॉमी वजन घटाने में मददगार साबित होती है और इससे मधुमेह को रिवर्स करने और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने की संभावना बढ़ जाती है। इस प्रकार की सर्जरी से मधुमेह को 90-95 प्रतिशत तक रिवर्स किया जा सकता है। जबकि उच्च रक्तचाप को 80-85 प्रतिशत तक नियंत्रित किया जा सकता है। सर्जरी के 15 दिनों के भीतर ही मरीज ने 10 किलोग्राम वजन घटा लिया है।

इस सर्जरी के फायदे बताते हुए अपोलोमेडिक्स के एमडी और सीईओ डॉ. मयंक सोमानी ने कहा कि रोबोटिक तकनीक सर्जरी में सटीकता सुनिश्चित करती है। ऑपरेशन के बाद का दर्द कम करती है और ठीक होने का समय भी घटाती है। यह गॉलब्लैडर सर्जरी जितनी सुरक्षित है। तो वहीं डॉ. सक्सेना ने वजन घटाने के अलावा सर्जरी के अन्य स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताते हुए कहा कि जैसे मोटापे से संबंधित समस्याओं जैसे जोड़ों का दर्द, सांस लेने में कठिनाई, बांझपन, पीसीओएस और कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करना है।

अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल अपने मरीजों को उच्च गुणवत्ता का इलाज प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है और उन्हें रोबोटिक सर्जरी एवं बैरियाट्रिक सर्जरी जैसे विकल्पों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। ताकि उनकी जीवनशैली में सुधार हो सके। सर्जरी का नेतृत्व डॉ. अंकुर सक्सेना, डायरेक्टर, रोबोटिक, मिनिमल एक्सेस एंड बैरियाट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट ने अपनी विशेषज्ञ टीम के साथ किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *