लखनऊ। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस ने संभल और बहराइच में हुई हिंसा का मुद्दा उठाया और प्रदेश में बढ़ रही सांप्रदायिक हिंसा पर चिंता जाहिर करते हुए सदन में चर्चा कराए जाने की मांग करते हुए सरकार पर हिंसा न रोक पाने और भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए जवाब देने से बचने का आरोप लगाया।
आराधना मिश्रा मोना ने बीजेपी सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस विधान मंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने विधानसभा में नियम 311 के तहत प्रदेश में हो रही सांप्रदायिक हिंसा में वृद्धि और प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर चर्चा कराने की मांग की और पूर्ण बहुमत की बीजेपी सरकार को प्रदेश में अपराध और सांप्रदायिक हिंसा को रोक पाने और अपनी जिम्मेदारियों से भागने का दोषी बताया मोना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा में लगातार वृद्धि होती चली जा रही है, जिससे कहीं ना कहीं प्रदेश के जनमानस में जीवन की सुरक्षा को लेकर भी काफी भय और चिंता व्याप्त हो गई है।
हिंसा को लेकर जताई चिंता
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि 13 अक्टूबर 2024 की शाम बहराइच के महसी तहसील के महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान हंगामा होने से गोली चलने से रामगोपाल मिश्रा नाम की युवक की मौत हो गई। इसके पीछे वही लोग शामिल हैं जो धार्मिक ध्रुवीकरण के आधार पर राजनीति करते हैं। इस घटना में काफी लोग घायल हो गए। इसके बाद 24 नवंबर 2024 को प्रदेश के जनपद संभल में सर्वेक्षण प्रक्रिया के दौरान तनावपूर्ण स्थितियां बनने से हुई फायरिंग और पत्थरबाजी की हिंसक घटना से चार लोगों की मौत हो गई और 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इतने गंभीर विषयों जिससे प्रदेश का जनमानस प्रभावित हो रहा है भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार चर्चा कराने से और जवाब देने से बच रही है इससे स्पष्ट होता है कि सरकार की असफलता है इसीलिए जवाब देने से बच रही है । वहां पर भाजपा के वर्तमान विधायक ने अपने जिला अध्यक्ष पर FIR कराई इससे पता चलता है कि भाजपा के तार इन घटनाओं से जुड़े हैं।
प्रदेश में लोगों के मन में भय और चिंता: आराधना मिश्रा मोना
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि इस तरीके की घटनाएं पूरे प्रदेश में लोगों के मन में भय और चिंता के साथ असुरक्षा की भावना पैदा कर रही है, जिससे लोगों में रोष और आक्रोश भी बढ़ रहा है। आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि प्रदेश के तमाम अस्पतालों में आग से बचाव के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं, मानक के अनुरूप समुचित व्यवस्था न होने के कारण घटनाएं घटित होती रहती हैं लेकिन सरकार घटनाओं से सबक नहीं ले रही।