बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को मामला भारत में भी गर्माता जा रहा है। कई हिंदू संगठनों ने इसे लेकर आवाज उठाई है। अब इस मामले में गोवर्धन मठ पुरी के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने एक वीडियो के माध्यम से इस मुद्दे पर कहा है कि शांति बनाने के लिए मुसलमान हिंदुओं पर कृपा न करें, मुसलमानों को चाहिए वे अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए हिंदुओं को संरक्षित और स्वावलंबी रखें। उन पर आंच न आने दें। यदि हिंदुओं को निशाना बनाकर हमला किया गया तो हो सकता है सौ-दो सौ हिंदू मार दिए जाएं, लेकिन फिर मुसलमानों का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।
सनातनी हिन्दू ही विश्व में स्थापित कर सकते हैं शांति
शंकराचार्य के शिष्य और शिव गंगा आश्रम झूंसी के महंत प्रफुल्ल चैतन्य ब्रह्मचारी ने शंकराचार्य के इस वीडियो मैसेज को मीडिया में शेयर किया है। इस वीडियो में शंकराचार्य कह रहे हैं कि जहां हिंदू नहीं है। वहां मुसलमान आपस में ही लड़कर मर रहे हैं। सनातनी हिन्दू ही विश्व में शांति स्थापित कर सकते हैं। इसलिए हिन्दुओं की रक्षा, संरक्षा की जिम्मेदारी सभी की बनती है। स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।
शंकराचार्य वीडियो में कह रहे हैं कि जहां हिंदू नहीं है, वहां मुसलमान आपस में ही लड़कर मर रहे हैं। सनातनी हिन्दू ही विश्व में शांति स्थापित कर सकते हैं।
शंकराचार्य के शिष्य और शिव गंगा आश्रम झूंसी के महंत प्रफुल्ल चैतन्य ब्रह्मचारी ने शंकराचार्य के इस वीडियो मैसेज को मीडिया में शेयर किया है। इस वीडियो में शंकराचार्य कह रहे हैं कि जहां हिंदू नहीं है, वहां मुसलमान आपस में ही लड़कर मर रहे हैं। सनातनी हिन्दू ही विश्व में शांति स्थापित कर सकते हैं। इसलिए हिन्दुओं की रक्षा। संरक्षा की जिम्मेदारी सभी की बनती हैण् स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी की थी हमले की निंदा
इससे पहले ज्योतिर्मठ पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी बांग्लादेश के हालात पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि, ‘हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में राजनीतिक उथल पुथल हुई है। इस समय देश सेना के संरक्षण में हैं। निश्चित रूप से वहां की जो सैनिक हैं वो प्रजा रक्षण के अपने दायित्व को निभाएंगे ऐसी हम आशा करते हैं, बांग्लादेश में 10 फीसद हमारे हिन्दू बंधु रहते हैं उनकी सुरक्षा भी जरूरी है। इसलिए वहां की सेना से और इस समय वहां जिनकी सत्ता है उनसे अनुरोध करना चाहते हैं कि हमारी हिन्दू जनता को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।