लखनऊ। विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ उप्र के घटक संगठनों विद्युत् संविदा मज़दूर संगठन उप्र,विद्युत संबिदा कर्मचारी संघ उप्र,केस्को संविदा कर्मचारी यूनियन,निविदा संविदा सेवा समिति एवं दैनिक वेतन विद्युत कर्मचारी संघ द्वारा व्यापक चर्चा के पश्चात 16 दिसंबर से 23 दिसंबर 2024 तक प्रदेश के हर ज़िले एवं सभी परियोजना स्थलों पर निजीकरण विरोधी जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।
महासंघ के मिडिया प्रभारी विमल चन्द पांडेय ने बताया कि बैठक में बिजली परिचालन और वितरण में हर वर्ष 1400 की संख्या में जान गंवाने वाले संविदा कर्मियों को मनरेगा मज़दूरों से भी कम वेतन दिए जाने पर आक्रोष व्यक्त किया गया। ऊर्जा मंत्री एवं चेयरमैन से मांग किया गया कि संविदा श्रमिकों को 22 हज़ार रुपये तथा लाइनमैन ,एस एस ओ और कम्प्यूटर आपरेटर को 25 हज़ार रुपये प्रति माह वेतन दिए जाने एवं तृतीय श्रेणी नियमित कर्मचारियों का नियुक्ति ग्रेड पे तीन हज़ार रुपये तथा तृतीय ग्रेड पे 6600/ किए जाने का आदेश तत्काल जारी किया जाए।
वरिष्ठ मज़दूर नेता और महासंघ के प्रान्तीय अध्यक्ष आरएस राय की अध्यक्षता मे आज हमबरा अपार्टमेद श्यामा चौराहा नरही लखनऊ में हुई एक बैठक में घटक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों नवल किशोर सक्सेना,पुनीत राय, भोला सिंह कुशवाहा, मो काशिफ़, रामभूल सैनी , दिनेश सिंह भोले, चौधरी भूपेन्द्र सिंह, दिनेश कुमार अमित खारी, विनोद कुमार, रियाज्जुदीन, नरेश कुमार, मुदस्सिर एवं शिवबहादुर आदि द्वारा सर्व सम्मति से उक्त निर्णय लिया गया।