14 August 2024 Panchang :- पंचांग अनुसार जानिए आज की तिथि, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, अभिजित मुहूर्त समेत सारी जानकारी
पंचांग अनुसार 14 अगस्त को श्रावण शुक्ल पक्ष की नवमी और दशमी तिथि रहेगी। साथ ही नक्षत्र अनुराधा और ज्येष्ठा रहेगा। चंद्र देव वृश्चिक राशि में रहेंगे। जानिए इस दिन का पूरा पंचांग।
14 अगस्त 2024 पंचांग इस दिन श्रावण शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि सुबह 10 बजकर 25 मिनट तक रहेगी। इसके बाद दशमी तिथि लग जाएगी। तो वहीं नक्षत्र अनुराधा दोपहर 12 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। इसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र लग जाएगा। इस दिन बुध व्रत रखा जाएगा। अभिजित मुहूर्त 11:54 Am से 12:47 Pm तक रहेगा और गोधुली मुहूर्त 06:25 Pm से 07:26 Pm तक रहेगा। जानिए 14 अगस्त का पूरा पंचांग।
14 अगस्त 2024 पंचांग
संवत – पिंगला विक्रम संवत 2081 माह-श्रावण, शुक्ल पक्ष
तिथि – नवमी10:25 Am तक फिर दशमी
व्रत व पर्व – श्रावण नवमी व्रत
दिवस – बुधवार
सूर्योदय – 05:43 Am
सूर्यास्त – 07:08 Pm
नक्षत्र – अनुराधा 12:25 Pm तक फिर ज्येष्ठा
चन्द्र राशि – वृश्चिक
सूर्य राशि – कर्क
करण – कौलव 10:23 Am तक फिर तैतिल
योग :- इंद्र 04:05 Pm तक फिर वैधृति
14 अगस्त 2024 शुभ मुहूर्त 14 August 2024 Shubh Muhurt)
अभिजीत – 11:54 Am से 12:47 Pm
विजय मुहूर्त – 02:24 Pm से 03:25 Pm तक
गोधुली मुहूर्त – – 06:25 Pm से 07:26 Pm तक
ब्रम्ह मुहूर्त – 4:09 Am से 05:09 Am तक
अमृत काल – 06:09 Am से 07:55 Am तक
निशीथ काल मुहूर्त – रात्रि 11:53 से 12:43 तक रात
संध्या पूजन – 06:23 Pm से 07:21 Pm तक
दिशा शूल – उत्तर दिशा। इस दिशा में यात्रा से बचें। दिशाशूल के दिन उस दिशा की यात्रा करने से बचते हैं, यदि आवश्यक है तो एक दिन पहले प्रस्थान निकालकर फिर उसको लेकर यात्रा करें।
अशुभ मुहूर्त – – राहुकाल – – दोपहर 12 बजे से 01:30 बजे तक
क्या करें – क्या ना करें – आज श्रावण माह का बुधवार दिवस है। गणेश जी की उपासना करें। आज राहु दोष का उपाय करें। श्रावण माह का व्रत करें। सत्य पर ध्यान दें। शिवपुराण श्रवण करें। आज गंगा जल से शिव लिंग का रुद्राभिषेक करें। घर मे नर्मदेश्वर या पारद शिवलिंग रखें व उनकी उपासना करें। श्रावण माह में भगवान शिव व माता दुर्गा जी को प्रसन्न करना सहज भक्ति भाव से ही आसान हो जाएगा आज बहुत पवित्र तिथि है। सप्तश्लोकी दुर्गा का 09 बार पाठ करें। शिवलिंग की उपासना करें। दुर्गासप्तशती का पाठ भी करें। अन्न व फलों का दान करे। शिव मंदिर परिसर में बेल व पीपल का पेड़ लगाएं। आज मीठे जल से रुद्राभिषेक करने से सभी कष्ट समाप्त होते हैं। मधु से रुद्राभिषेक करने से धन, सम्पदा व ऐश्वर्य का सुआगमन होता है। श्रावण माह में तीर्थ करें। पार्थिव का शिवलिंग बनाकर पूजन करें। घर मे पारद का शिवलिंग लाकर उनकी उपासना व जलाभिषेक से भगवान शिव की अनन्य भक्ति प्राप्त होगी।
क्या न करें – किसी को मन, वचन व वाणी से कष्ट मत दें।